हल्द्वानी- यहाँ परीक्षा ड्यूटी से गायब मिले प्राध्यापक व कर्मचारी, जारी किया गया नोटिस, मांगा गया स्पष्टीकरण
हल्द्वानी न्यूज़- कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्नातक व स्नातकोत्तर की सेमेस्टर परीक्षा सोमवार से प्रारंभ हो गई। एमबीपीजी कालेज में परीक्षाओं के विरोध की आशंका को देख पुलिस बल तैनात रहा।
मेटल डिटेक्टर से चेकिंग कर छात्र-छात्राओं को परिसर में प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों के अलावा अन्य छात्रों को कालेज में आने नहीं दिया गया। सख्ती के कारण पहले दिन दोनों पालियों में परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई।
वहीं, परीक्षा ड्यूटी से गायब आठ प्राध्यापक व कर्मचारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्राचार्य प्रो. एनएस बनकोटी ने बताया कि सुबह नौ बजे और दोपहर एक बजे से दो पालियों में परीक्षा हुई। पहली पाली में यूजी प्रथम सेमेस्टर के 1040 पंजीकृत विद्यार्थियों में 995 ने परीक्षा दी, जबकि दूसरी पाली में पीजी के 22 विषयों की परीक्षा हुई। इसमें 802 पंजीकृत छात्र-छात्राओं में से 774 उपस्थित रहे।
ऐसे में संबंधित प्राध्यापक और कर्मियों से जवाब मांगा गया है। कुछ लोगों ने जवाब दे भी दिया है। इधर, कालेज प्रशासन ने कंट्रोल रूम में ड्यूटी पर लगाए गए कर्मचारियों को परीक्षा के दौरान उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
छात्रनेताओं ने पहले विरोध किया, फिर मदद करते दिखे छात्र
नेताओं ने चुनाव होने तक परीक्षाएं न कराने के लिए कालेज में काफी हंगामा किया, लेकिन सोमवार को परीक्षाएं प्रारंभ होने के बाद संभावित दावेदार बैकफुट पर नजर आए। कालेज प्रशासन ने उन्हें परिसर में घुसने तक नहीं दिया। ऐसे में दिनभर गेट के बाहर रहकर परीक्षा देने आ रहे छात्र-छात्राओं की मदद करते दिखे।
टीसी, सीसी व शुल्क जमा नहीं करने वाले हुए परेशान
स्नातक प्रथम सेमेस्टर के 121 छात्र-छात्राओं ने टीसी, सीसी व प्रव्रजन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया था। साथ ही स्नातक तृतीय सेमेस्टर के 129 छात्रों ने कालेज का शुल्क जमा नहीं कराया था। इन विद्यार्थियों को समर्थ पोर्टल पर ब्लाक करते हुए परीक्षा देने से प्रतिबंधित कर दिया गया था। इन छात्र-छात्राओं को सोमवार को परेशान होना पड़ा। संबंधित प्रपत्र साथ लाने वाले छात्रों को ही परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई, जबकि 50 से अधिक को बगैर परीक्षा दिए लौटना पड़ा। ऐसे छात्रों को परीक्षा दिलाने के लिए एक छात्रनेता चीफ प्राक्टर डा. एसएस धपोला से उलझ गया। हालांकि, बाद में मामला शांत कराया गया।
परीक्षा की पहली रात तक फार्म भरने वाले बने परेशानी
कुमाऊं विश्वविद्यालय ने 28 नवंबर से एक दिसंबर तक परीक्षा आवेदन भरने के लिए समर्थ पोर्टल खोला था। ऐसे में कुछ छात्र-छात्राओं ने रविवार रात तक फार्म भरे और सोमवार को परीक्षा देने कालेज आ गए। संबंधित विद्यार्थियों का रिकार्ड और उनके अनुसार पेपर कुमाऊं विश्वविद्यालय ने नहीं भेजे थे। इस कारण कालेज प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुवि के पोर्टल से सत्यापित करने के बाद उन्हें परीक्षा देने की अनुमति दी गई।