देहरादून- कांग्रेस महानगर की बैठक में हुआ जबरदस्त हंगामा, हाथापाई की आई नौबत, पैसे लेकर टिकट देने का आरोप
देहरादून न्यूज़- नगर निकाय चुनाव में कई सीटों पर हार के कारणों की समीक्षा के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बुलाई गई महानगर इकाई की बैठक में हंगामा हो गया। कई कार्यकर्ताओं ने पार्षद पद के लिए टिकट बेचने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। इसमें पार्टी के बड़े नेताओं की संलिप्तता भी बताई गई। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
यह सब प्रदेश अध्यक्ष करना माहरा की मौजूदगी में हुआ। कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी खरी-खरी सुनाई। महापौर पद के प्रत्याशी रहे विरेंद्र पोखरियाल और उनके समर्थक बैठक छोड़कर बाहर आ गए। बैठक में अहसज स्थिति होने पर कुछ नेताओं ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया।
नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस को देहरादून समेत कई सीटों पर करारी हार का सामना करना पड़ा था। हार के कारणों पर मंथन करने और विजयी पार्षदों को सम्मानित करने के लिए बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में महानगर कांग्रेस की बैठक बुलाई गई थी। इसमें पार्षद पद के सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया था।
बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी मौजूद थे। बैठक शुरू होते ही कई कार्यकर्ताओं ने पार्षद पद के लिए टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। कोई उनके समर्थन में उतरा तो कोई विरोध करने लगा। इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और महानगर अध्यक्ष डा. जसविंदर गोगी पर ही गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए।
महापौर पद के प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल के समर्थकों और पार्षद प्रत्याशियों ने पार्टी के पदाधिकारियों पर टिकट बेचने के आरोप भी लगाए।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कार्यकर्ताओं को संयम बरतने को कहा। साथ ही सभी को शालीनता से अपनी बात रखने को कहा, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि कई वार्डों में पार्टी प्रत्याशी को 100 से 200 मत पड़े हैं। ऐसे व्यक्ति को टिकट किसके कहने पर दिया गया।
आरोप लगाया कि कई टिकट लाखों रुपये में बेचे गए। इसमें पार्टी के बड़े नेता भी शामिल हैं। महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा और पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने भी खूब खरी-खोटी सुनाई और टिकट आवंटन पर नाराजगी व्यक्त की। हंगामा पार्टी सभागार के बाहर पार्किंग में भी हुआ।
इस मामले में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. जसविंदर गोगी ने कहा कि यह बैठक सिर्फ पार्षद प्रत्याशियों की थी। ऐसे में जब पार्षद प्रत्याशियों के अलावा अन्य कार्यकर्ताओं को बाहर जाने के लिए कहा गया तो वहां कुछ गरमागरमी हो गई। उन्होंने टिकट बेचने के आरोपों को सिरे से नकार दिया।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाने वाले कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उन्हें टिकट बेचने से जुड़ा कोई प्रमाण देते हैं तो कार्रवाई होगी। अन्यथा बेवजह के आरोप न लगाएं। करन माहरा की इस बात से नाराज होकर महापौर पद के प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल और उनके समर्थक बैठक छोड़कर बाहर आ गए। इसके बाद भी पार्षदों की बैठक में काफी देर तक हंगामा चलता रहा। पार्टी पदाधिकारियों से खिन्न युवा कांग्रेसी विनीत प्रसाद भट्ट उर्फ बंटू झल्लाकर बैठक छोड़कर निकल गए।