उत्तराखण्ड

मिड डे मील- साहब! टमाटर 100 रुपये, पालक मिल रहा है 50, कैसे बच्चों को खिलाएं पत्तेदार सब्जी, छात्रों के पोषण पर असर

  • मिड डे मील में सब्जी को लेकर बढ़ रही गुरुजी की चिंता
  • महंगी होती सब्जियों से पोषण युक्त भोजन में हो रही परेशानी

रुड़की न्यूज़- साहब पत्तेदार सब्जियां महंगी हो गई है। कैसे बच्चों को पत्तेदार सब्जियां खिलाए। पत्तेदार सब्जियां तीस से लेकर सत्तर रुपये प्रति किलोग्राम हैं तो टमाटर 100 रुपये किलो है।

 

जिले में सवा लाख से अधिक बच्चों को प्रतिदिन दोपहर का भोजन परोसा जाता है। सरकार की ओर से छात्रों को कैलोरी युक्त एवं स्वाद अनुसार भोजन तैयार किया जाने के निर्देश होते हैं।

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प्राथमिक वर्ग में प्रति छात्र को 100 ग्राम चावल, बीस ग्राम दाल, पचास ग्राम पत्तेदार सब्जी, पांच ग्राम घी या तेल, नमक एवं मसाले स्वाद के अनुसार दिए जाते हैं। जबकि उच्च प्राथमिक में चावल 150 ग्राम, दाल तीस ग्राम, पत्तेदार सब्जी 75 ग्राम दी जाती है।

 

चावल आदि तो राशन की दुकान से पहुंच जाता हैं लेकिन शिक्षकों को सबसे अधिक परेशानी सब्जियों को लेकर उठानी पड़ रही है।

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दरअसल सितंबर एवं अक्टूबर माह में सब्जियों के दाम आसमान काे छू रहे हैं। टमाटर सौ रुपये किलो हैं और अन्य मौसमी सब्जियां भी महंगी है। ऐसे में शिक्षकों की परेशानी यह है कि उनके पैसे वह बामुश्किल सब्जियां खिला पा रहे हैं।

 

यह है मैन्यू

दिन  मैन्यू
सोमवार चावल, मिक्स दाल, हरी सब्जी
मंगलवार चावल, अरहर या मलका हरी सब्जी
बुधवार चावल, मिक्स दाल , हरी सब्जी
गुरुवार चावल छोले, हरी सब्जी
शुक्रवार चावल, उड़द एवं हरी सब्जी
शनिवार कढ़ी चावल एवं मौसमी सब्जी
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सरकार ने बढ़ाई है कुकिंग कास्ट

शासन की ओर से पिछले माह मिड डे मील की कुकिंग कॉस्ट में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। प्राथमिक में जहां पहले प्रति बच्चा 5 रुपये 45 पैसे कुकिंग कॉस्ट थी, अब इसको बढ़ाकर 6 रुपये 23 पैसे कर दिया गया है। इसी तरह से उच्च प्राथमिक में पहले 8 रुपये 15 पैसे प्रति बच्चा कुकिंग कॉस्ट थी, अब इसको बढ़ाकर 9 रुपये 34 पैसे कर दिया गया है।