हल्द्वानी- गौला नदी का जलस्तर 10 हजार क्यूसेक पार: हल्द्वानी और आसपास खतरे की जद में, प्रशासन अलर्ट पर

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश का प्रभाव अब तराई और मैदानी इलाकों में भी साफ दिखाई देने लगा है। हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित गौला बैराज का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और रविवार को यह 10,000 क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया। तेज बहाव और नदी की रफ्तार ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अलर्ट मोड पर कार्य शुरू कर दिया है। शहर और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है, खासकर उन क्षेत्रों में जो नदी के करीब हैं।
🔸 प्रशासन ने कसी कमर
एसडीएम राहुल शाह ने बताया कि फिलहाल बैराज का डिस्चार्ज नियंत्रण में है, लेकिन स्थिति कभी भी बिगड़ सकती है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग के पटवारियों, पुलिस कर्मियों और आपदा प्रबंधन टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। हर परिस्थिति से निपटने की तैयारियां पूरी हैं।
🔸 शहर के नालों पर भी रखी जा रही पैनी नजर
हल्द्वानी के शेर नाले और सूर्या नाले में भी पानी का बहाव बेहद तेज हो गया है। इन दोनों नालों से लगे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका है। अधिकारियों की विशेष निगरानी इन क्षेत्रों में जारी है ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।
🔸 नागरिकों से की गई सतर्कता बरतने की अपील
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से नदी-नालों के पास न जाएं और मौसम विभाग या प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनियों को गंभीरता से लें।
🔔 नोट: मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों के लिए भारी वर्षा की चेतावनी दी है। ऐसे में लोग घरों में सुरक्षित रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।
📞 आपदा कंट्रोल रूम: 1077 | पुलिस सहायता: 112 | फायर ब्रिगेड: 101
(इस समाचार को शेयर करें ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग सतर्क रह सकें)
