उत्तराखंड- फ्री इलाज पर फिर गहराया संकट, सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से जांच बन्द, पढ़े खबर
सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी मरीजों की आयुष्मान कार्ड से होने वाली करीब सभी जांचें सोमवार से बंद हो जाएंगी। केवल भर्ती मरीजों (आईपीडी) को ही आयुष्मान कार्ड से जांच की सुविधा मिलेगी। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
हल्द्वानी, नैनीताल व रामनगर आदि सरकारी अस्पतालों में अभी तक आयुष्मान कार्ड से ओपीडी मरीजों की खून की जांच, एक्स-रे समेत 56 जांचें निशुल्क होती थीं। इससे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को लाभ मिलता था, पर अब सोमवार से ये सभी 56 जांचें ओपीडी मरीजों की नहीं होंगी।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक मामले में एनएचएम के निदेशक के पत्र के बाद यह निर्णय लिया गया है। जिसमें उन्होंने सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा अनुबंध के तहत निजी डाग्नोस्टिक सेंटर से निशुल्क जांचें उपलब्ध होने का हवाला देते हुए लिखा है कि आयुष्मान से ओपीडी में निशुल्क जांच को धनराशि उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई है।
यानि अब मरीज को आयुष्मान कार्ड से जांचें कराना है तो उसको पहले अस्पताल में भर्ती होना होगा तभी कार्ड का लाभ मिल सकेगा। बेस में औसतन रोज 900 से ज्यादा मरीज ओपीडी में इलाज को पहुंचते हैं। इनमें से ज्यादातर मरीजों को डॉक्टर जांचों के लिए लिखते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर मरीज आयुष्मान कार्ड दिखा कर जरूरी जांचें करा लेता था।
बेस अस्पताल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. कुसुम लता ने शनिवार को ज्वाइन कर लिया है। डॉ. लता अभी तक अल्मोड़ा में तैनात थीं। अब बेस अस्पताल में अब दो रेडियोलॉजिस्ट हो गए हैं। यहां पहले से ही अनुबंध के आधार पर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. डीएस नेई काम कर रहे हैं। अब एक रेडियोलॉजिस्ट के अवकाश पर होने पर भी अल्ट्रासाउंड सेवा बंद नहीं होगी। अस्पताल में अभी तीन और डॉक्टरों की ज्वाइनिंग होना बाकी है।
गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन ने गोल्डन कार्ड से इलाज में आ रही दिक्कतों को लेकर शनिवार को सीएमओ नैनीताल डॉ. हरीश पंत से मुलाकात की। पेंशनर्स एक्टिव टीम के मुख्य संयोजक रमेश पांडे ने कहा कि गोल्डन कार्ड से निजी अस्पतालों में इलाज में पेंशनर्स को दिक्कत आ रही है। उन्होंने अस्पतालों में गोल्डन कार्ड धारकों के लिए अलग से काउंटर बनाने की मांग की। सीएमओ ने सभी समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
सीएचसी भवाली की लैब नए भवन में शिफ्ट कर दी गई है। साथ ही एक महिला डॉक्टर की भी तैनाती की गई है। भाजपा मंडल अध्यक्ष पकंज अद्वेती शिष्टमंडल के साथ सीएचसी में डॉक्टरों से मिले।
कहा कि पूर्व में उन्होंने सांसद, विधायक और सीएमओ के समक्ष सीएचसी की समस्याएं रखी थी। चिकित्सा प्रभारी डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि शनिवार को लैब हस्तांतरण कर दी गई है। महिला डॉक्टर भी भवाली सीएचसी पहुंच गईं है।
जिले के उन सभी सरकारी अस्पतालों में जहां आयुष्मान कार्ड से ओपीडी मरीजों की जांचें होती थीं उन्हें बंद कर दिया है। केवल भर्ती मरीजों की ही आयुष्मान कार्ड से जांचें हो सकेंगी। –डॉ. हरीश पंत
चिकित्सा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी की ओर से अनुमोदन के बाद बीडी पांडे अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों को मिलने वाली आयुष्मान से संबंधित जांचों की सुविधा स्थगित की जा रही है। डॉ. तरुण कुमार टम्टा, पीएमएस बीडी पांडे अस्पताल नैनीताल