ड्रीम11 ने बंद किए सभी रियल-मनी गेमिंग कॉन्टेस्ट, नए कानून के बाद बड़ा फैसला


नई दिल्ली- भारत के प्रमुख फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने आधिकारिक रूप से अपने सभी रियल-मनी गेमिंग कॉन्टेस्ट बंद कर दिए हैं। यह कदम हाल ही में पारित ‘ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन बिल 2025’ के तहत उठाया गया है, जिसके अनुसार देशभर में पैसे-आधारित सभी ऑनलाइन गेम्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।
कानून का प्रावधान
21 अगस्त 2025 को लोकसभा और राज्यसभा से पास हुए इस बिल को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेश किया था। नए कानून के तहत फैंटेसी स्पोर्ट्स, रमी और पोकर जैसे गेम्स पर बैन लग गया है। सरकार ने इन खेलों को युवाओं के मानसिक और आर्थिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया है।
कानून में केवल ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को अनुमति दी गई है। उल्लंघन करने वालों पर तीन साल तक की सजा या एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकेगा। साथ ही, बैंकों और वित्तीय संस्थानों को भी ऐसे प्लेटफॉर्म से जुड़े किसी भी लेनदेन को संसाधित करने से रोक दिया गया है।
ड्रीम11 का भावुक रिएक्शन
ड्रीम11 ने लिंक्डइन पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए अपनी 18 साल की यात्रा को याद किया। कंपनी ने लिखा:
“जब हमने 18 साल पहले यह सफर शुरू किया था, तब हमारा आकार अमेरिकी फैंटेसी स्पोर्ट्स उद्योग का 1% भी नहीं था। आज हम दुनिया का सबसे बड़ा फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म बने हैं। हमने हमेशा नियमों का पालन किया है और अब भी सरकार के नए फैसले का सम्मान करते हुए सभी रियल-मनी गेमिंग गतिविधियां बंद कर रहे हैं।”
ड्रीम11 ने यह भी कहा कि उनका मानना है कि “प्रगतिशील नियमन ही सही रास्ता होता,” लेकिन कंपनी पूरी तरह से नए कानून का पालन करेगी।
उद्योग और रोजगार पर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बिल से भारत के ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में बड़ा बदलाव आ सकता है। लाखों यूजर्स, गेमिंग कंपनियां और इससे जुड़े रोजगार पर सीधा असर पड़ेगा। खासकर उन युवाओं पर, जो फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म से जुड़े थे।

