उत्तराखण्डकुमाऊं,

उत्तराखंड कानून बनाने की प्रयोगशाला बना, थोपे जा रहे हैं कानून – बॉबी पवार

लालकुआं न्यूज़– उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पवार ने तीसरे विकल्प को मजबूत गति प्रदान करने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिलों में चिंतन विचार गोष्ठियां कर उत्तराखंड के बुनियादी मुद्दों पर विचार विमर्श करते हुए उचित लड़ाई शुरू करने का निर्णय लिया गया है।

 

बॉबी पवार यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को कानून बनाने की प्रयोगशाला बनाकर तमाम नियम कानून पहले इस राज्य में थोपे जा रहे हैं, लिव इन रिलेशनशिप को लागू कर यहां की संस्कृति और देवभूमि की मर्यादा को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है। बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा देने के लिए सरकार स्वच्छ मानसिकता के साथ में काम नहीं कर रही है, जल्द ही इस मुद्दे को लेकर उनका मोर्चा आंदोलन शुरू करेगा।

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उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून में भी अत्यधिक खामियां हैं, और यह कानून युवाओं के संघर्ष के बूते आया है, उन्होंने कहा कि यूसीसी में हरिद्वार और उधम सिंह नगर को छोड़ना एक बहुत बड़ी साजिश है, एक रणनीति के तहत इन दोनों जिलों को छोड़ा गया है, इन दोनों जिलों में जमीन खरीदने वाला आदमी उत्तराखंड के अन्य जिलों में आसानी से बस सकता है।

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उन्होंने कहा सरकार के तीन सालों की उपलब्धियां गिनाने के नाम पर करोड़ों रुपए का अनावश्यक खर्च किया जा रहा है, यूसीसी किसी की मांग नहीं है जबरन थोपा गया है। बॉबी पवार ने कहा कि शहीदों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बन पाया, नए विकल्प के लिए एक ताकत खड़ी करने के लिए तमाम जिला मुख्यालय में चिंतन गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है, इसके बाद प्रत्येक विधानसभा में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी केआर सिंह, जीवन सिंह और पूर्व सैनिक निरंजन चौहान सहित कई लोग मौजूद रहे।