नैनीताल जिला पंचायत चुनाव बवाल : पांच सदस्यों के अपहरण प्रकरण की जांच बैठी, आयोग ने डीएम-एसएसपी समेत प्रत्याशियों को नोटिस भेजा


नैनीताल न्यूज़– जिला पंचायत नैनीताल के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दिन हुए बवाल और पांच जिला पंचायत सदस्यों के कथित अपहरण के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब राज्य निर्वाचन आयोग ने पूरे प्रकरण की जांच बैठा दी है।
आयोग ने जिलाधिकारी, एसएसपी, अध्यक्ष पद की दोनों प्रत्याशी क्रमशः दीपा दर्मवाल और पुष्पा नेगी, हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता जिला पंचायत सदस्य पूनम बिष्ट तथा कथित रूप से अपहृत सदस्य डिकर सिंह मेवाड़ी, तरुण कुमार शर्मा, प्रमोद कोटलिया, दीप बिष्ट और विक्रम जंतवाल को नोटिस जारी किया है। इन सभी को 5 सितंबर को आयोग के समक्ष पेश होकर पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री की ओर से भी मामले की गंभीरता को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से जांच रिपोर्ट तलब की गई है। वहीं यह मामला फिलहाल हाई कोर्ट में भी विचाराधीन है।
पूनम बिष्ट की याचिका पर सुनवाई
सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी नरेंद्र व न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की खंडपीठ में जिला पंचायत सदस्य पूनम बिष्ट की याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए पुनः मतदान कराने की मांग की गई है।
पूनम बिष्ट ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष पद पर पड़े एक निरस्त मतपत्र में छेड़छाड़ कर क्रमांक एक को दो में बदल दिया गया और बिना उचित प्रक्रिया अपनाए परिणाम घोषित कर दिया गया।
आयोग की ओर से जवाब
सुनवाई के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के अधिवक्ता संजय भट्ट ने कोर्ट में शपथपत्र दाखिल करते हुए याचिका को अपरिपक्व बताते हुए खारिज करने या याचिकाकर्ता से वापस लेने की मांग की। हालांकि, याचिकाकर्ता ने इस पर सहमति नहीं दी। कोर्ट ने आयोग के शपथपत्र पर जवाब दाखिल करने के लिए समय देते हुए अगली सुनवाई 9 सितंबर, मंगलवार तय की है।
इस बीच, सोमवार को नैनीताल क्लब में शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित हुआ, जिसमें अध्यक्ष दीपा दर्मवाल ने अन्य सदस्यों को शपथ दिलाई।

