उत्तराखंड- यहाँ संदिग्ध परिस्थितियों में महिला अधिवक्ता ने लगाई फांसी, हुई मौत, जानें सुसाइड नोट में क्या लिखा
हाईकोर्ट की एक महिला अधिवक्ता घर की दूसरी मंजिल के कमरे में संदिग्ध हालात में पंखे से लटकी मिली। सुसाइड नोट में महिला ने मानसिक रूप से परेशान होने का जिक्र किया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आवास-विकास निवासी तेजवीर सिंह की बेटी रेवा लेहाल उम्र 25 वर्ष नैनीताल हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता के साथ प्रैक्टिस करती थी। वह 16 अगस्त को घर आई थी। बुधवार शाम वह कमरे में चली गई थी। घर में उसके अलावा मां जसविंदर कौर ही मौजूद थी। रात करीब आठ बजे मां ऊपर वाले कमरे में गई तो रेवा का शव पंखे से लटका था। इस पर जसविंदर कौर ने अपने बेटे हरजीत को फोन कर घर बुलाया। दोनों फंदे की रस्सी काटी और रेवा को उतारकर पास में स्थित निजी नर्सिंग होम ले गए। यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर टांडा उज्जैन पुलिस चौकी प्रभारी मनोज जोशी घटनास्थल पर पहुंचे। पूछताछ में तेजवीर ने मृतका की ओर से लिखा गया एक सुसाइड नोट पुलिस को दिया। उसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। इधर बृहस्पतिवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के मुताबिक रेवा की मौत फंदा लगाने से हुई है।
मृतका की ओर से लिखे गए सुसाइड नोट में मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। स्वयं को मानसिक रूप से परेशान रहने का उल्लेख किया है। साथ ही परिवार में माता-पिता के बीच चल रहा विवाद भी कारण है। बहुत सी ऐसी बातें लिखी हैं, जिनसे स्पष्ट नहीं हो रहा है कि वह क्या कहना चाह रही थी। सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी- अभय सिंह, एसपी