निवेश का झांसा देकर ओएनजीसी अफसर से 7.39 करोड़ की ठगी, एसटीएफ ने दिल्ली से साइबर ठग दबोचा


देहरादून न्यूज़- राजधानी दून में एक बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। निवेश का लालच देकर ओएनजीसी त्रिपुरा में तैनात जनरल मैनेजर पद के अधिकारी से करीब 7.39 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले शातिर साइबर अपराधी को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी की पहचान शादाब हुसैन निवासी परवाना नगर, थाना इज्जतनगर, बरेली के रूप में हुई है। ठगी के लिए उसने फर्जी वाट्सएप प्रोफाइल और अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबर (इंडोनेशिया) का इस्तेमाल किया।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
शिकायतकर्ता संदीप कुमार, जो वर्तमान में ओएनजीसी त्रिपुरा में जनरल मैनेजर पद पर कार्यरत हैं और देहरादून के नेहरू कॉलोनी में रहते हैं, ने बताया कि 15 जून को उनके वाट्सएप पर “वेल्थ सीक्रेट एक्सचेंज” नामक ग्रुप से जुड़ने का लिंक आया।
इस ग्रुप में 173 सदस्य जुड़े थे और एडमिन मुकेश कुमार शर्मा था। ग्रुप में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर भारी मुनाफे का लालच दिया गया। 25 जुलाई को इसी ग्रुप से एक एप का लिंक भेजा गया। संदीप ने आधार कार्ड से एप पर रजिस्ट्रेशन कर लिया।
बाद में उन्हें एक अन्य ग्रुप “डिसीप्लेन टीम” में भी जोड़ा गया, जहां शेयर और आईपीओ में निवेश करने के लिए उकसाया गया। लालच में आकर उन्होंने 22 जुलाई से 20 अगस्त तक विभिन्न 15 बैंक खातों में कुल 7.39 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए।
100 करोड़ का झांसा और टैक्स की मांग
एप में उन्हें करीब 100 करोड़ रुपये मुनाफा दिखाया गया। लेकिन जब उन्होंने 21 अगस्त को पांच करोड़ रुपये निकालने की रिक्वेस्ट डाली, तो अगले दिन उन्हें तीन करोड़ रुपये टैक्स भरने का मैसेज आया। रकम न मिलने पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ और 22 अगस्त को उन्होंने साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
एसटीएफ की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेचना निरीक्षक आशीष गुसांई को सौंपी गई। जांच में आरोपी शादाब हुसैन का नाम सामने आया। इसके बाद एसटीएफ ने सोमवार को दिल्ली से उसे दबोच लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने जिन बैंक खातों का इस्तेमाल किया, उनमें कुछ ही दिनों में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ था। इसके अलावा आरोपी के खिलाफ देशभर में 33 साइबर अपराधों की शिकायतें दर्ज हैं। इनमें से अब तक चार मुकदमे पंजीकृत किए जा चुके हैं।

