अल्मोड़ा- 14 किमी के सफर में बस चालक ने 12 बार रोकी थी बस, चढ़ा लिए थे 60 यात्री, अल्मोड़ा हादसे की पूरी कहानी
अल्मोड़ा में बस के गहरी खाई में गिरने से 36 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 24 यात्री घायल हो गए हैं। प्रथम दृष्टयता बस हादसे की मुख्य वजह ओवर लोडिंग बनकर सामने आ रही है।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में ओवरलोडिंग मुख्य वजह बनकर सामने आ रही है। बस के गहरी खाई में गिरने की वजह ओवरलोडिंग है, यह बात हादसे में घायल आयुष ध्यानी ने बताई। कहा कि हालात ऐसे थे कि बस यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी।
नतीजा निकला कि ओवरलोड बस खाई में समा गई। बताया कि गौलीखाल से कूपी तक 14 किमी के दायरे में बस चालक ने 12 बार बस रोकी और जो भी मिला उसे बस में जगह दे दी। बस के गहरी खाई में गिरने के वक्त उसमें 60 यात्री सवार थे।
बस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए हैं। बस के गहरी खाई में गिरने के बाद चारों तरफ मदद को चीखें-पुकारें निकलने लगीं थीं। आपको बता दें कि पौड़ी जिले के गौलीखाल से रामनगर के लिए जेएमयू बस रोजाना चलती है।
आयुष ने बताया कि वह अपने दो रिश्तेदार भाइयों के साथ गौलीखाल से सल्ट को निकले थे। तीनों यहां पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें पता था कि आज वाहन में जगह नहीं मिलेगी, इसलिए सुबह जल्दी ही पहुंच गए।
इससे उन्हें सीट मिल गई। आए दिन इसी बस से लोग पौड़ी से रामनगर के बीच आवाजाही करते हैं। इस बीच दीवाली का अवकाश रहा। सोमवार को छुट्टी खत्म होने पर लोगों को वाहन नहीं मिले।
एक बस निकली तो सबकी अपने गंतव्य तक पहुंचने की आस जगी। हर कोई बस पर चढ़ने को आतुर रहा। चालक और परिचालक भी लापरवाह रहे। जो दिखा उसे बैठा लिया। इससे बस क्षमता से कई अधिक भर गई। बताया कि शायद यही वजह रही कि बस हादसे का शिकार हो गई।
आयुष को पता नहीं कब वह बस से छिटका
आयुष बताते हैं कि एकाएक धमाके की आवाज सुनाई दी। लगा जैसे कोई बम फट गया हो। एकाएक बस खाई की तरफ बढ़ गई। इस बीच उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। बताया कि उसे पता ही नहीं चला कि कब वह बस से छिटक गया। जब होश आया कि तो देखा खुद को झाड़ी में गिरा पाया। इस बीच ध्यान आया कि बस में उसके दो अन्य भाई भी बैठे थे। बातचीत के दौरान तक उन दोनों भाइयों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी।
भाइयों को ढूंढता रहा आयुष
आयुष के मुताबकि तीनों रिश्तेदार भाई सल्ट में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहे थे। कूपी से कुछ दूरी पर उनकी मंजिल थी, लेकिन एकाएक हादसा हो गया। जब उसे होश आया तो उसे भाइयों की चिंता सताने लगी। तमाम जगह ढूंढखोज की लेकिन दोनों का कोई पता नहीं चला। प्रशासनिक जानकारी के मुताबिक अब तक आयुष के भाइयों के बारे में पुष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
अल्मोड़ा के सल्ट में खाई में गिरी बस, 36 लोगों की मौत- 24 घायल
पौड़ी जिले के गौलीखाल से सोमवार सुबह रामनगर के लिए निकली जीएमओयू बस सल्ट के कूपी के पास सौ मीटर गहरी खाई में समां गई। हादसे 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए। घायलों में से तीन को ऋषिकेश एम्स भेजा गया है। एक का एसटीएच हल्द्वानी, 15 का रामनगर सब जिला अस्पताल और पांच को देवालय अस्पताल सल्ट में उपचार चल रहा है।
सीएम ने दिए जांच के आदेश, दो एआरटीओ निलंबित
घटना की सूचना के बाद सीएम ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही एआरटीओ प्रवर्तन अल्मोड़ा और पौड़ी को तत्काल निलंबित कर दिया है। इसके अलावा सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख तो घायलों के लिए एक-एक लाख रुपये सहायता राशि प्रदान करने के आदेश दिए हैं। घटना की जांच के लिए कुमाऊं आयुक्त को सौंपी गई है।