उत्तराखण्डकुमाऊं,

नैनीताल पंचायती चुनाव बवाल : पांच सदस्यों के अपहरण प्रकरण में आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी कार्रवाई की जद में, दो निलंबित-सीओ व एसओ का तबादला

नैनीताल न्यूज़- जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान हुए बवाल और पांच सदस्यों के अपहरण कांड में पुलिस विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं सीओ तल्लीताल प्रमोद साह और एसओ रमेश सिंह बोहरा का तत्काल स्थानांतरण कर दिया गया है। इसके अलावा तीन अन्य कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, जबकि मौके पर तैनात पीएसी जवानों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति मुख्यालय को भेजी गई है।

 

 

गुरुवार को पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता करते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ लोगों की हरकतों से कानून व्यवस्था बिगड़ी और पुलिस की छवि धूमिल हुई। घटना न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण पिछले आठ दिनों से कोई अधिकारी इस मामले में स्पष्ट बयान नहीं दे सका था।

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किस पर हुई कार्रवाई?

चुनाव की पूर्व रात्रि में ड्यूटी पर तैनात एएसआई उदय सिंह राणा को निलंबित।

बवाल के दौरान मूकदर्शक बने कांस्टेबल अमित चौहान निलंबित।

एक कांस्टेबल, एक महिला कांस्टेबल और अग्निशमन कर्मी को लाइन हाजिर।

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सीओ तल्लीताल प्रमोद साह को आईआरबी देहरादून स्थानांतरित।

तल्लीताल एसओ रमेश सिंह बोहरा का अल्मोड़ा स्थानांतरण।

पीएसी कर्मियों पर कार्रवाई हेतु मुख्यालय को पत्राचार।

 

चरणबद्ध जांच व कार्रवाई

एसएसपी मीणा ने बताया कि तल्लीताल थाने में अब तक छह मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। वादियों के बयान लिए जा रहे हैं और विभागीय जांच भी चल रही है। मामले की जांच एसपी जगदीश चंद्रा को सौंपी गई है। पुलिस को मिल रहे वीडियो और सबूतों के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी योग्य धाराओं में आने वाले आरोपितों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। किसी भी व्यक्ति के पास घटना से संबंधित वीडियो या साक्ष्य हो तो पुलिस को उपलब्ध कराने की अपील की गई है।

 

 

एसएसपी ने दोहराया कि चाहे रेनकोट गैंग हो या किसी राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति, अपहरण प्रकरण और चुनावी हिंसा में संलिप्त पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।