उत्तराखंड- यहाँ नदी पार कर रहे थे जानवर चराने गए बुजुर्ग, तभी आ गया मगरमच्छ, बनाया अपना निवाला, इस हालत में शव
- नानकमत्ता के सिद्धा गांव का मामला
- शाम तक जब घर नहीं पहुंचे तो स्वजन ग्रामीणों के साथ ढूंढने निकले
नानकमत्ता न्यूज़- यहां जानवर चराने गए वृद्ध को वापसी में नदी पार करते समय मगरमच्छ ने हमला कर अपना निवाला बना लिया। शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचे तो स्वजन और ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू कर दी। काफी तलाश करने के एक दिन बाद वृद्ध का शव फौड़ी नदी में क्षत-विक्षत हालत में मिला।
घटना की सूचना पर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी पहुंचे और जानकारी ली। बुधवार को ग्राम सिद्धा निवासी 60 वर्षीय जगदीश सिंह पुत्र पचुआ गांव के शंकर सिंह राणा के जानवर चराने के लिए फौड़ी नदी पार ट्रांचिग ग्राउंड के पास गये थे।
सभी जानवर शाम अपने घर लौट आए, लेकिन जगदीश सिंह वापस नहीं लौटे। जिसके बाद स्वजन परेशान हो उठे और ग्रामीणों के साथ खोजबीन के लिए निकले, लेकिन रात तक जगदीश का कहीं पता नहीं चला। गुरुवार को ग्रामीणों ने फिर खोजबीन की तो जगदीश का शव पैलेस से लगी फौड़ी गंगा नदी में क्षत-विक्षत हालत में मिला। घटना की सूचना थानाध्यक्ष देवेन्द्र गौरव, चौकी इंचार्ज अशोक कुमार, एसआइ कीर्ति भट्ट मौके पर पहुंच गए। प्रथम दुष्टया वृद्ध के मगरमच्छ के शिकार होने की सूचना वन विभाग को दी।
वन विभाग जौरासाल से वन दारोगा राजन सिंह बिष्ट, गिरिश वर्मा मौके पर पहुंच गए। मृतक जगदीश के पेट का हिस्से का मांस नहीं था। वन विभाग के अधिकारियों ने अंदेशा जताया कि नदी पार करते समय मगरमच्छ के हमले से मौत हुई है। मृतक परिवार में अकेला बताया जा रहा है, घटना की सूचना उसकी तीन बहन ग्राम विचवा से मंजू राणा व शांति देवी, कलावती राणा पहंची। स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।