लालकुआँ- सेंचुरी मिल के सीईओ अजय गुप्ता ने किया ध्वजा रोहण, कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी किया सम्मानित
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लालकुआं न्यूज़- गणतंत्र दिवस हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है। आज का यह दिवस भारत के गणतंत्र बनने की खुशी में मनाया जाता है । यही वह दिन है जब 26 जनवरी, 1950 के दिन भारत को एक गणतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। आज के दिन ही स्वतंत्र भारत का नया संविधान बना था। जो हमारे देश की जनता का स्वाभिमान दिवस है। ये बातें सेंचुरी मिल के सीईओ अजय गुप्ता ने 76 वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण करनें के पश्चात् मिल अधिकारियों एंव कर्मचारियों सहित कारखानें से जुड़े तमाम लोगों को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होनें कहा आज का यह दिवस हम सभी के लिए गौरव का दिन है।साथ ही यह दिन हमारी प्रगति के मूल्यांकन का भी दिन हैं,अपनी उपलबिधयों की समीक्षा का दिन है।महानायकों के स्मरण का दिन है। हजारों-लाखों लोगों की कुर्बानियों के बाद देश को आजादी मिली उसी के फलस्वरूप राष्ट्र गणतंत्र बना समय, व्यक्ति की गरिमा, विश्व बंधुत्व, सर्वधर्म-समभाव, धर्मनिरपेक्षता गणतंत्र के मूलतत्व हैं।भारत के आजाद होने के बाद संविधान सभा का गठन हुआ।
और जनता को मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ। इसलिए यह दिन हम सभी के लिए खास है। गणतंत्र का अर्थ होता है हमारा संविधान – हमारी सरकार- हमारे कर्त्तव्य – हमारा अधिकार। संविधान का अर्थ है किसी राष्ट्र की शासन-व्यवस्था के लिए बनाए गए आधारभूत नियम और कानून। हर देश का एक संविधान होता है। उसकी अपनी कानून-व्यवस्था होती है। जो प्रत्येक नागरिक के लिए एक समान होती है। हम संविधान के व्यापक अर्थ पर विचार करे तो समाज, परिवार सभी जगह हमारे द्वारा बनाए गए नियम, सिद्धान्त और आदर्श ही हमारा संविधान है। कोई भी संविधान तब सार्थक माना जाता है जब वह समाज को अनुशासित करे। अनुशासन से अभिप्राय नियम, सिद्धान्त तथा आदेशों का पालन करना है। जीवन को आदर्श तरीके से जीने के लिए अनुशासन में रहना नितांत आवश्यक है।
अनुशासन राष्ट्रीय जीवन के लिए बेहद जरूरी है। आज गणतन्त्र दिवस के पावन अवसर पर मेरा आप सबसे अनुरोध है कि हम अपने संविधान का सम्मान करें। क्योकि यह हमारे लिए सर्वोत्तम उपहार है। जिसका वास्तविक रूप है।जिम्मेदारी,निरंतर कर्मशीलता,आज का यह दिवस हमारे लिए सर्वाधिक महत्व रखता है। वर्षों के कठोर संघर्ष के बाद भारत माता की धरती पर स्वतन्त्रता रुपी सूर्य का उदय हुआ। वर्षों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से हमारे देश को आजादी मिली आजादी की इसी छावं में 26 जनवरी 1950 को हमारा सविधान लागू हुआ।
उन्होनें कहा भारतीय गणतन्त्र दिवस के इस ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन की महानता अपने आप में अदितीय है।देश में नये जीवन का संचार हुआ।आज आधुनिक समय में सविधान को संजाये रखने के लिए हम सब को कर्मशीलता के पथ पर निरतर आगे बढ़ते रहना होगा ।निष्काम कर्म से भारतभूमि को विश्व के मानस पटल पर सर्वोत्तम ऊंचाई व महानता के लिए हमें ईमानदारी से कर्म पथ पर चलना होगा। गणतन्त्र दिवस पर उन्होंने सभी शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर मुख्य रुप से प्रणव शर्मा महेन्द्र कुुुुमार हरित ए० पी० पाण्डे नरेश चन्द्रा प्रताप सिंह धौनी सहित अनेकों मौजूद रहे कार्यक्रम का संचालन एस के बाजपेयी ने किया कार्यक्रम में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया
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