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उत्तराखंड- यहाँ विधायक से 03 करोड़ की मांग करने वाले एक अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार, मुख्य आरोपी नहीं चढ़ा हत्थे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बनकर विधायक शिव अरोरा को तीन करोड़ में मंत्री बनाने का ऑफर देने वाले मुख्य आरोपी का सहयोगी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पकड़े गए अभियुक्त के सिम से ही विधायकाें को कॉल की गई थी। पकड़े गए अभियुक्त का एक साथी हरिद्वार पुलिस ने पकड़ा है जबकि मुख्य आरोपी पकड़ से बाहर है।

 

रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा के सहयोगी अभिषेक मिश्रा निवासी काशीपुर रोड ने कोतवाली में दर्ज कराए केस में कहा था कि बीते 13 फरवरी को विधायक के नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉलर ने खुद को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह के रूप में अपना परिचय देते हुए 14 मिनट 22 सेकेंड बात की थी। कथित जय शाह नामक व्यक्ति ने दिल्ली की राजनीति पर बात की और पिता के बैठक में व्यस्त होने का हवाला दिया था। बातचीत में वह विधायक को उत्तराखंड सरकार में महत्वपूर्ण पद देने की बात करने लगा था।

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उसने विधायक से कहा था कि उत्तराखंड सरकार के तीन मंत्री बदलने हैं। विधायक के रूप में आपका नाम मंत्री के लिए आया है और वह अन्य विधायकों का नाम लेकर उनको भी मंत्री पद के लिए बता रहा था। उसने अपने आप को जय शाह बताते हुए कहा कि मेरी नड्डा अंकल जी से भी आपके विषय में बात हो गई है।

 

 

उन्होंने पार्टी फंड में आपसे तीन करोड़ की सहयोग की अपेक्षा की है और इसकी व्यवस्था आपको दिल्ली में करनी है। विधायक ने अमित शाह एवं नड्डा जी से बात करवाने के लिए कहा तो उसने व्यस्तता का हवाला देते हुए बाद में बात कराने की बात कही थी।

 

 

विधायक ने कार्यक्रम में होने की बात कहकर बाद में बात करने की बात कही थी। बताया कि इसी दिन शाम को इस नंबर से पांच बार कॉल आई थी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। एसएसपी के निर्देश पर एसओजी और कोतवाली पुलिस ने अज्ञात नंबर की डिटेल के आधार पर उवैश अहमद निवासी निधौली कला, थाना एटा जिला एटा और हाल निवासी खोडा काॅलोनी बीरबल चौकी के सामने थाना खोडा जिला गाजियाबाद को चिह्नित किया था। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर आरोपी उवैश को ब्लाॅक रोड रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया।

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एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि उवैश ने पूछताछ में अपने दोस्तों गौरव नाथ निवासी सपेरा बस्ती थाना गाजीपुर नई दिल्ली और प्रियांशु पंत निवासी फेस 3 मयूर विहार दिल्ली का नाम बताया। कहा कि अलग-अलग राज्यों के विधायकों को फोन नंबर अरेंज कर उनसे मंत्री बनने के नाम पर पैसे वसूलने तथा मना करने पर उनको बदनाम करने व फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग करने के लिए नया सिम उसने अपने नाम पर लिया था। प्रकरण में इस्तेमाल दूसरे सिम को वह डेढ़ साल से चला रहा है और यह सिम उसकी आईडी पर नहीं है। बताया कि उवैश को अदालत में पेश करने की कार्यवाही की जा रही है। प्रियांशु को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि गौरव की तलाश की जा रही है।

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गौरव ने की थी विधायक अरोरा से बात
पुलिस पूछताछ में उवैश ने बताया कि उसने अपने दोनों सिम गौरव नाथ व प्रियांशु पंत को दिए थे। उन्होंने मिलकर अलग-अलग राज्यों के विधायकों के नंबर व वहां के राजनीतिक बातों की जानकारी ली। इसके बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र के नाम पर फोन करने का प्लान बनाया था। उन्होंने दोनों सिम किसी मोबाइल पर डाले थे। 13 और 14 फरवरी को रुद्रपुर विधायक, हरिद्वार के रानीपुर विधायक और नैनीताल विधायक को फोन काल किए थे। एक नंबर जय शाह के नाम से चलाया और दूसरा नंबर जय शाह के पीआरओ के नाम से चलाया था। गौरव ने विधायक शिव अरोरा से बात की थी। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर मनोज रतूड़ी, एसओजी प्रभारी संजय पाठक, एसएसआई नवीन बुधानी, एसआई गणेश दत्त भट्ट सहित अनेक शामिल रहे।