उत्तराखंड- यहाँ गधेरे में डगमगाए विधायक के कदम, SDRF ने बहते गनर को बचाया – बोले MLA: “डीएम साहब… जरा सीएम को फोन लगाओ”


बागेश्वर न्यूज़- अतिवृष्टि से प्रभावित पौंसारी गांव का जायजा लेने पहुंचे कपकोट विधायक सुरेश गढ़िया और उनके गनर पंकज नेगी के लिए रास्ता जानलेवा साबित हुआ। खाईइजर तोक के बीच पड़ने वाले संकरे गधेरे में विधायक को पार कराने के दौरान गनर तेज बहाव में बह गया। SDRF के जवानों और ग्रामीणों ने किसी तरह उसकी जान बचाई। इस हादसे में विधायक का मोबाइल, रुपये और डायरी, जबकि गनर की कार्बाइन बहाव में बह गई।
बृहस्पतिवार को विधायक गढ़िया कपकोट से आपदा प्रभावित पौंसारी गांव के लिए निकले। रास्ते में उन्हें कई गधेरों को पार करना पड़ा। बैसानी और पौंसारी के बाद खाईइजर के पास पहुंचे तो एक संकरे गधेरे का तेज बहाव उनके लिए चुनौती बन गया। SDRF की टीम ने रस्सी और मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें सुरक्षित पार कराने की कोशिश की। पानी कमर से ऊपर बह रहा था, तभी विधायक का संतुलन बिगड़ गया। उन्हें लड़खड़ाता देख गनर पंकज नेगी बिना सहारे बहाव में उतर गए और फिसलकर बहने लगे। SDRF टीम ने तुरंत रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई।
मोबाइल बहा तो डीएम से कहा– “साहब, जरा सीएम को फोन लगाओ”
तेज बहाव में विधायक का मोबाइल भी बह गया। इसके बाद उन्होंने डीएम आशीष भटगांई से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन मिलाने को कहा और घटना की जानकारी साझा करने का अनुरोध किया।
रेस्क्यू मोड में दिखे विधायक
घटनास्थल पर विधायक गढ़िया ने ऊर्जा निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी क्षतिग्रस्त पोल बदलकर तत्काल बिजली आपूर्ति बहाल की जाए। साथ ही घटनास्थल तक तार खींचकर रात में रेस्क्यू अभियान और प्रभावितों की मदद के लिए बिजली उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने राहत टीम को निर्देश दिए कि प्रभावितों के लिए रात को भोजन वहीं तैयार किया जाए और दिन में बनाए गए पैकेट रात को न बांटे जाएं।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी पहुंचे
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने भी बैसानी, सुमटी और पौंसारी क्षेत्र का दौरा कर आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की कि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत और जिनको विस्थापन की जरूरत है, उनका जल्द पुनर्वास किया जाए।

