उत्तराखण्डकुमाऊं,

अल्मोड़ा- जागेश्वर धाम में प्रवेश के समय में बदलाव, बीते दिनों मंदिर में हुए हुड़दंग के बाद एएसआइ ने उठाया ये कदम

  • एएसआइ ने मुख्य गेट पर चस्पा किया नोटिस
  • एएसआइ के सुरक्षा गार्ड को पीट दिया था।

अल्मोड़ा न्यूज़- प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में सूर्यास्त के बाद श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) विभाग ने रोक लगा दी है। इसके अलावा सूर्योदय से पहले भी कोई श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएगा। बीते दिनों हुए हुड़दंग के बाद एएसआइ हरकत में आई और नियमों में सख्ती कर दी है।

 

जागेश्वर धाम में बीते दिनों पीलीभीत से आए श्रद्धालुओं ने रात के वक्त हंगामा काटा था। ये श्रद्धालु कपाट बंद होने के बाद भी गेट फांदकर पालतू कुत्तों सहित मंदिर में प्रवेश कर गए थे। विरोध करने पर उन्होंने एएसआइ के सुरक्षा गार्ड को पीट दिया था। इससे मौके पर खूब हंगामा हुआ था। इस प्रकार की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं।

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इसी को देखते हुए एएसआइ ने अपने नियम का सख्ती से पालन करवाने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को एएसआइ ने मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर इस संबंध में एक नोटिस भी चस्पा कर दिया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है श्रद्धालु सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

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एएसआइ के सीए नीरज मैठानी ने बताया कि राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में श्रद्धालुओं या पर्यटकों का प्रवेश सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही है। ये नियम पूर्व में से ही है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हुई घटना को देखते हुए जागेश्वर मंदिर प्रवेश द्वार पर नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया है, ताकि लोगों को इसकी जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि सायंकालीन आरती के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में किसी भी हाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

 

एएसआइ ने मंदिर प्रवेश द्वार पर नोटिस चस्पा करते हुए लिखा है कि प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल एवं अवशेष नियम 1959 के अध्याय 02, नियम 05(1) के अनुसार राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक जागेश्वर मंदिर समूह यात्रियों/दर्शनार्थियों के लिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहेगा। इस नियम का उल्लंघन करने पर संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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बीते दिनों श्रद्धालुओं की ओर से जागेश्वर में किए गए उपद्रव को देखते हुए एएसआइ अलर्ट मोड पर है। एएसआइ के सीए नीरज मैठाणी ने बताया कि अल्मोड़ा एसएसपी को पत्र भेज जागेश्वर मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस की मांग की गई है। फिलहाल निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्डों से काम चलाया जा रहा है।