हल्द्वानी- एमबीपीजी कालेज छात्र संघ चुनाव की आड़ में बना अराजकता का अड्डा, अध्यक्ष दावेदार के समर्थक भिड़े, चले लात-घूंसे
- एक कार्यकर्ता को जमकर पीटा और कपड़े तक फाड़े
- आए दिन हो रहे बवाल से सामान्य विद्यार्थियों में डर का माहौल
हल्द्वानी न्यूज़- एमबीपीजी कालेज छात्र संघ चुनाव की आड़ में अराजकता का अड्डा बना गया है। चुनावी समर में कुछ छात्र और बाहरी व्यक्ति परिसर का माहौल खराब कर रहे हैं। परिसर में आए दिन हो रहे बवाल से सामान्य विद्यार्थियों में डर का माहौल है।
वहीं शनिवार को अध्यक्ष पद के एक दावेदार के समर्थक ही आपस में भिड़ गए। चुनाव प्रचार को लेकर तीन समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। इसमें एक के कपड़े तक फाड़ दिए गए। विवाद देख मौके पर पहुंचीं एक प्राध्यापिका ने मामला शांत करवाया।
कालेज के कस्तूरबा भवन के पास दाेपहर करीब 12:30 बजे अध्यक्ष पद के दावेदारों के बीच झड़प हुई। बताया जा रहा है कि एक समर्थक ने परिसर पहुंचकर अन्य दो साथियों से छात्रों से संपर्क करने की विषय में पूछा। साथ ही उन्हें कापी में विद्यार्थियों की जानकारी दर्ज करने को कहा।
ऐसे में तीनों के बीच बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते निर्देश दे रहे छात्र को अन्य दो समर्थकों ने पीटना शुरू कर दिया। इस बीच जमकर लात-घूंसे चले। मारपीट होता देख आसपास खड़े विद्यार्थी भी भयभीत हो गए। वहीं निर्देश देने वाले छात्र को जमीन में लेटाकर पीटा और उसके कपड़े तक फाड़ दिए। पिट रहे छात्र ने आइक्यूएसी भवन में बने नए प्रवेश कक्ष में छिपकर जान बचाई।
वहीं पीटने वालों ने कक्ष तक उसका पीछा किया, लेकिन यहां शिक्षकों के मौजूद होने पर मौके से भाग खड़े हुए। इधर, एक प्राध्यापिका ने प्राक्टोरियल बोर्ड को घटनाक्रम की सूचना दी। इसके बाद पहुंचे बोर्ड के सदस्यों ने मामले की जानकारी ली और मारपीट करने वाले छात्रों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही भविष्य में ऐसा करने पर कालेज में प्रवेश प्रतिबंधित करने की चेतावनी दी है।
एमबीपीजी कालेज के चुनावी रंग में रंगने के बाद यहां आए दिन बवाल हो रहा है। इससे परिसर का माहौल खराब होने के साथ ही पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में शनिवार को कालेज प्रशासन ने जिलाधिकारी एवं एसएसपी को पत्र लिखकर घटनाक्रमों से अवगत कराया है और साथ ही छात्र संघ चुनाव संपन्न होने तक परिसर में एक कंपनी प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) तैनात करने की मांग की है।
कालेज में हो रही घटनाओं को देखते हुए प्रशासन व पुलिस को पत्र लिखकर पीएसी तैनात करने की मांग की गई है। साथ ही अराजकता करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी। – प्रो. एनएस बनकोटी, प्राचार्य