उत्तराखंड में अब इन वन अधिकारियों के हो रहे प्रमोशन, वन मुख्यालय से प्रक्रिया शुरू

- उत्तराखंड में अब इन वन अधिकारियों के हो रहे प्रमोशन, वन मुख्यालय से प्रक्रिया शुरू
देहरादून न्यूज़- उत्तराखंड वन विभाग में एक बार फिर से अधिकारियों को प्रमोशन का तौहफा मिलने वाला है, जिसके लिए प्रकिया शुरू हो गई है।
उत्तराखंड वन विभाग में वन क्षेत्राधिकारियों के प्रमोशन की तैयारी चल रही है. इसके बाद महकमें को ACF रैंक के अधिकारी मिल सकेंगे, दरअसल, हाल ही में 16 रेंजर्स के प्रमोशन किए गए थे, जबकि अब 10 रिक्त पदों पर प्रमोशन की तैयारी चल रही है।
उत्तराखंड वन विभाग में प्रमोशन को लेकर प्रक्रिया तेज की गई है, यही कारण है कि हाल ही में रेंजर्स के ACF रैंक पर प्रमोशन होने के बाद एक बार फिर वन विभाग वन क्षेत्राधिकारियों के प्रमोशन करने जा रहा है। खास बात यह है कि विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही रिक्त पदों के सापेक्ष प्रमोशन किए जायेगे।
उत्तराखंड वन विभाग ने इसी महीने 15 वन क्षेत्राधिकारियों को सहायक वन संरक्षक के पद पर पदोन्नत किया था, हालांकि अभी प्रमोशन के बाद इन अधिकारियों को तैनाती नहीं दी गई है, लेकिन विभाग ने रिक्त पदों को भरने के लिए प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करते हुए इन अधिकारियों को प्रमोशन का तोहफा दे दिया है, उत्तराखंड वन विभाग में सहायक वन संरक्षक (ACF) के 90 पद हैं, इसमें 45 पद डायरेक्ट भर्ती के हैं, जबकि 45 पदों को प्रमोशन से भरा जाता है. ACF पद पर सीधी भर्ती को लेकर तीन रिक्त पद मौजूद है, जिसके लिए उत्तराखंड वन विभाग पहले ही आयोग को अधियाचन भेज चुका है और आयोग ने भी इसकी विज्ञप्ति जारी कर दी है, उधर प्रमोशन के 10 पद रिक्त है, जिसमें जल्द ही प्रमोशन करने की तैयारी चल रही है, अभी वन विभाग में ACF के पद पर कुल 77 अधिकारी काम कर रहे हैं।
उत्तराखंड वन विभाग में सीनियरिटी के आधार पर वन क्षेत्राधिकारियों की वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट मांगी गई है, इसके बाद प्रमोशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा, उत्तराखंड वन विभाग 10 रिक्त पदों के सापेक्ष 15 नाम भेजने की तैयारी कर रहा है।
फिलहाल सीनियरिटी के आधार पर जिन 10 वन क्षेत्र अधिकारियों के प्रमोशन की उम्मीद है, उनमें देवेंद्र सिंह, ममता चंद्र, विजय सैनी, सोनिया कुमारी, बिंदरपाल, सुनील कुमार, सावित्री गिरी, दिनेश प्रसाद और बिशनलाल आर्य का नाम शामिल है, इसके अलावा विनोद चौहान का भी इसमें नाम शामिल है, क्योंकि इनका पूर्व में विभागीय कार्रवाई के चलते लिफाफा बंद रखा गया था।
