उत्तराखंड- सेना का जवान राइफल, 60 कारतूस और 4 मैगजीन के साथ गिरफ्तार, हथियार चोरी के बाद से था फरार
असम से चार दिन पहले राइफल, कारतूस और मैगजीन लेकर फरार बंगाल इंजीनियर के एक जवान को पुलिस ने खटीमा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास एक इन्सास राइफल, 60 कारतूस और चार मैगजीन बरामद की। पकड़े गए फौजी से आर्मी इंटेलीजेंस, आईबी और एलआईयू ने पूछताछ की। फौजी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, नायब सूबेदार रवींद्र सिंह यादव ईएमई बटालियन ने पांच अक्तूबर 2024 को थाना बोरपत्थर, जिला कर्बी एंगलाेंग, असम में चंपावत निवासी जवान सूरज जोशी के इन्सास राइफल और 60 राउंड कारतूस के साथ गाड़ी से कूदकर फरार होने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
आठ अक्तूबर को आरोपी सूरज जोशी के खटीमा क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी। इसपर खटीमा पुलिस ने उसकी सुरागकसी शुरू की। पुलिस ने मंगलवार रात्रि के समय आरोपी सूरज जोशी को इन्सास राइफल, चार मैगजीन व 60 कारतूस के साथ खटीमा चौराहे के निकट एक होटल के कमरा नंबर 201 से पकड़ लिया। उसके विरुद्ध कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई। सूचना मिलने पर बनबसा, चंपावत से पहुंचे सेना के अधिकारियों ने भी आरोपी फौजी से जानकारी जुटाई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईबी और एलआईयू ने भी फौजी से पूछताछ की। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि फौजी की गिरफ्तारी के बाद बनबसा, चंपावत से पहुंचे सेना के अधिकारियों ने भी फौजी के संबंध में जानकारी जुटाई। गिरफ्तार फौजी को न्यायालय में पेश किया गया है।
फौजी को देर रात खटीमा के एक होटल से एक इन्सास राइफल, 60 जिंदा कारतूस व चार मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया गया। फौजी को न्यायालय में पेश कर दिया है। उसके विरुद्ध असम के बोरपत्थर थाने में रिपोर्ट दर्ज है। असम की पुलिस फौजी की रिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन कर सकती है। -विमल रावत, सीओ खटीमा।
चार साल पहले सेना में भर्ती हुआ था सूरज।
पुलिस के मुताबिक, प्राथमिक पूछताछ में आरोपी सूरज जोशी ने बताया कि वह ऑनलाइन गेम में पैसे हार गया था। जिससे वह परेशान चल रहा था। उसने ऋण भी लिया हुआ था। पुलिस के मुताबिक, नंदपुली, मोरारी, चंपावत निवासी सूरज जोशी 2020 में बीईजी रुड़की (बंगाल इंजीनियर) में भर्ती हुआ था। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग असम में चल रही थी। 24 वर्षीय सूरज ने 12वीं तक पढ़ाई की है। सूत्रों के मुताबिक, खटीमा क्षेत्र के पास नेपाल की खुली सीमा होने के कारण मामला गंभीर हो सकता है। जिस कारण जांच एजेंसियां भी सक्रिय हैं।