उत्तराखंड- पहले नजरें मिलीं, फिर हुआ प्यार — लेकिन 8 महीने बाद मिली लाश, वो भी प्लास्टिक के कट्टे में

उत्तराखंड की एक लड़की ने यूपी के लड़के से प्यार किया, दोनों ने मंदिर में शादी की, लेकिन यह प्रेम कहानी आठ महीने बाद एक खौफनाक मोड़ पर खत्म हो गई। खेतलसंडा खाम इलाके में रेलवे ट्रैक के पास एक प्लास्टिक के कट्टे में महिला की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। मृतका की पहचान खटीमा की रहने वाली सुनीता उपाध्याय (25 वर्ष) के रूप में हुई है।
💔 लव मैरिज के बाद टूटी खुशियों की दुनिया
जानकारी के मुताबिक, सुनीता उपाध्याय ने करीब आठ महीने पहले बरेली जिले के शाहजहांपुर रोड निवासी आनंद तोमर से प्रेम विवाह किया था। दोनों का रिश्ता सोशल मीडिया के जरिये शुरू हुआ था जो जल्द ही शादी तक पहुंच गया। शादी बरेली के एक मंदिर में हुई थी। लेकिन शादी के कुछ ही समय बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगे।
मृतका की मां रेखा उपाध्याय ने बताया कि सुनीता कई बार फोन कर बताती थी कि उसका पति आनंद उससे मारपीट करता है। कुछ दिन पहले वह मायके भी आई थी, लेकिन समझाने-बुझाने के बाद फिर ससुराल लौट गई थी। भैयादूज के बाद से उसका कोई अता-पता नहीं था।
🕵️♀️ कट्टे में मिली लाश, टैटू से हुई पहचान
खेतलसंडा खाम के रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों से तेज दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्लास्टिक के कट्टे को खोला तो अंदर महिला का शव मिला। शव के दाहिने हाथ की अंगुली पर “आनंद” और बाएं हाथ की कोहनी पर “आनंद लव्स” का टैटू बना हुआ था। इन्हीं निशानों के आधार पर महिला की पहचान हुई।
मौके से दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए जो एयरप्लेन मोड में थे। जैसे ही एसओजी टीम ने उन्हें सामान्य मोड पर किया, कॉल्स और मैसेज आने लगे। पुलिस इन्हीं डिटेल्स के आधार पर जांच आगे बढ़ा रही है।
⚖️ हत्या की आशंका, छह टीमें जांच में जुटीं
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए छह जांच टीमें गठित की हैं। आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की भी जांच चल रही है।
हालांकि अभी तक मृतका के परिजनों ने औपचारिक तहरीर नहीं दी है, लेकिन पुलिस ने मामला हत्या की दिशा में जांच शुरू कर दी है।
🩸 पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं खुला मौत का राज
चिकित्सकों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट की डिटेल फॉरेंसिक जांच के बाद ही सामने आएगी।
पोस्टमार्टम के बाद शव को मायके पक्ष के हवाले कर दिया गया। मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष को सूचना दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया।







