उत्तराखंड- अब अपराधियों पर चलेगा उत्तराखंड पुलिस का ‘ऑपरेशन प्रहार’, बना यह प्लान, कांवड़ के बाद होगा बड़ा एक्शन, पढ़े पूरी खबर।
देहरादून न्यूज़- उत्तराखंड पुलिस द्वारा बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर विभिन्न राज्यों व नेपाल में छिपे दुर्दांत अपराधियों की गिरफ्तारी के प्रयास अब तेज किए जाएंगे।
उत्तराखंड पुलिस ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की तर्ज पर ‘आपरेशन प्रहार’ शुरू करने जा रही है। डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) अशोक कुमार ने अभियान शुरू करने के लिए सभी जिला प्रभारियों (एसपी/एसएसपी) को निर्देशित किया है। कांवड़ यात्रा के बाद अभियान के तहत कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।
जिसमे नशा तस्करी, डकैती, लूट, हत्या, फिरौती, भूमि कब्जाने, नकल करवाने आदि गंभीर अपराधों में फरार चल रहे दुर्दांद अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस काफी प्रयास करती है, लेकिन वह हाथ नहीं आते हैं। ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस अब ‘आपरेशन प्रहार’ शुरू करने जा रही है।
इसके तहत गैंगस्टरों की संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही भी की जाएगी। वही कुमाऊं दौरे पर गए डीजीपी अशोक कुमार ने आपरेशन की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए हैं। वहीं गढ़वाल परिक्षेत्र में पहले ही वह अधीनस्थों को निर्देश जारी कर चुके हैं। बता दें कि पुलिस प्रशासन ने दिसंबर 2022 से वंछित अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रदेश स्तर पर अभियान चलाया था। जिसके तहत पुलिस ने 30 मई तक 2470 अपराधियों को गिरफ्तार किया था।
आपरेशन प्रहार के तहत जिला स्तर पर आपरेशन शुरू किया जाना है। हर जिले में तेज तर्रार पुलिसकर्मियों को टीम में शामिल किया जाना है। आपरेशन प्रहार टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को अपराधियों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया जाएगा। पुराने फरार आरोपितों को पकड़ने के लिए अलावा अगर जिले में कोई बड़ी आपराधिक घटना होती है तो टीम इसमें भी काम करेगी।
प्रदेश में वांछित अपराधियों की स्थिति
- कुल अपराधी -3397
- दिसंबर 2022 से 30 मई तक अभियान के दौरान गिरफ्तार- 2470
- अभियान के दौरान कुल इनामी- 628
- अभियान के दौरान गिरफ्तार कुल इनामी- 427
- एनडीपीएस व गैंगस्टर में जब्त संपत्ति- 21.61 करोड़ रुपये
वही बड़े अपराधियों, भूमाफिया, नकलमाफिया व गैंगस्टर पर कार्यवाही करने के लिए आपरेशन प्रहार शुरू किया जा रहा है। कांवड़ यात्रा संपन्न होने के बाद यह आपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। इसमें हर जिले को टास्क दिया जाएगा। कुमाऊं परिक्षेत्र में सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कांवड़ यात्रा में गढ़वाल परिक्षेत्र से काफी पुलिस बल भेजा गया है। पुलिसकर्मियों के लौटते ही यह अभियान शुरू कर दिया जाएगा।