उत्तराखण्डगढ़वाल,

उत्तराखंड- आदमखोर गुलदार की दहशत, टिहरी के महर गांव में शूटर तैनात, ड्रोन और ट्रैप कैमरों से हो रही है गुलदार की तलाश

उत्तराखंड में टिहरी के भिलंगना ब्लाॅक में कोट के महर गांव में आदमखोर गुलदार को ढेर करने के लिए क्षेत्र में छह शूटर तैनात किए गए हैं। क्षेत्र में तैनात वन विभाग की टीम ड्रोन और ट्रैप कैमरे से भी गुलदार की तलाश में जुटी हुई है। रात को भी उसकी टोह लेने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन लगातार प्रयासों के बाद भी गुलदार कहीं नजर नहीं आया है।

भिलंगना ब्लॉक में हिंदाव पट्टी के कोट महर गांव में 19 अक्तूबर को अपराह्न करीब साढ़े चार बजे दुकान से सामान लेकर घर लौट रही 13 वर्षीय साक्षी को घात लगाए बैठे गुलदार ने मार दिया था। उसके बाद से गांव में दहशत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले जब क्षेत्र में पहली घटना हुई थी। उसी समय से गुलदार को पकड़ने और शूट करने की मांग करते रहे, लेकिन वन विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया।

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गुलदार के भय के कारण ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गुलदार के खौफ में जी रहे ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को जल्द ढेर करने की मांग की है। खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने गुलदार प्रभावित क्षेत्र के स्कूलों में तीन दिन का अवकाश घोषित किया है।

 

रेंजर आशीष नौटियाल ने बताया की गुलदार को ढेर करने के लिए 10-10 लोगों की टीम बनाकर छह शूटर तैनात किए गए हैं। गांव के आसपास तीन पिंजरे भी लगा दिए हैं। ट्रैप कैमरों में भी गुलदार कहीं नजर नहीं आ रहा है। रेंजर ने बताया कि महर गांव और भोड़ गांव के आसपास ड्रोन से भी तलाश की जा रही है, लेकिन कुछ पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को भी सचेत रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। डीएफओ पुनीत तोमर तीन दिन से कोट महर गांव में ही डटे हुए हैं।

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हिंदाव पट्टी में गुलदार प्रभावित महर गांव, भोड़ गांव, गणात गांव और अंथवाल गांव में भय का माहौल बना हुआ है। खतरे को देखते हुए स्कूली बच्चों को अखोड़ी इंटर काॅलेज आनेजाने के लिए वन विभाग की ओर से वाहन की व्यवस्था की गई है। गुलदार प्रभावित गांव से 19 बच्चे इंटर काॅलेज में पढ़ने जाते हैं। इन दिनों अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं भी चल रही है।

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शिक्षक अभिवावक संघ के अध्यक्ष विक्रम घणाता ने बताया की क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है। इससे अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। अभिभावकों की मांग पर वन विभाग की ओर से वाहन की व्यवस्था कराई गई है। उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी है, जिससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।