उत्तराखण्डगढ़वाल,

उत्तराखंड- यहाँ निर्माणाधीन बजरंग सेतु से युवक गिरा गंगा में, SDRF का सर्च ऑपरेशन जारी

  • चेतावनियों के बावजूद पर्यटकों की आवाजाही नहीं रुकी, हादसे से सकते में स्थानीय लोग

ऋषिकेश के प्रतिष्ठित लक्ष्मण झूला क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। निर्माणाधीन बजरंग सेतु (कांच का पुल) से दिल्ली से घूमने आए एक युवक के गंगा में गिर जाने से अफरा-तफरी मच गई। हादसे के बाद से युवक का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। एसडीआरएफ की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।

 

 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अपने दो दोस्तों के साथ पुल पर गया था। वह उस हिस्से तक पहुंच गया जहां शीशे का कार्य अधूरा था। बताया गया कि इसी दौरान युवक का पैर फिसला और वह सीधे गंगा में जा गिरा। हादसे को देख आसपास मौजूद लोग और पुल निर्माण में लगे मजदूर सकते में आ गए।

यह भी पढ़ें 👉  इस मोबाईल एप से बनेंगे ट्रिप कार्ड निजी वाहनों के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग कर रहा है तैयारी

 

चेतावनियों की अनदेखी बनी हादसे की वजह

स्थानीय लोगों और मजदूरों के मुताबिक, प्रशासन एवं निर्माण एजेंसी की ओर से बार-बार चेतावनी और रोक-टोक के बावजूद पर्यटक लगातार निर्माणाधीन पुल पर चढ़ रहे थे। कोई सेल्फी लेता नजर आता तो कोई वीडियो बना रहा होता।

 

 

मजदूरों ने बताया कि कई बार पर्यटक रोकने पर झगड़ा तक कर बैठते थे। कुछ तो वीआईपी बताकर अधिकारियों से शिकायत की धमकी देते थे। दशहरे के दिन तो भीड़ ने बंद किए गए हिस्से के टीन शेड तक तोड़ दिए थे।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड- तबादला एक्ट दरकिनार, तय समय पर पात्र कर्मियों की सूची जारी नहीं कर पा रहे कई विभाग

 

निर्माण एजेंसी ने उठाई सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग

निर्माण कार्य संभाल रही एजेंसी का कहना है कि पुल का काम अब अंतिम चरण में है, लेकिन पर्यटकों की भीड़ और अव्यवस्था के चलते समय पर कार्य पूरा करना मुश्किल हो रहा है।

 

एजेंसी ने प्रशासन से आग्रह किया है कि जब तक पुल पूरी तरह तैयार न हो जाए, तब तक पर्यटकों की आवाजाही सीमित की जाए और केवल निर्धारित समय में ही लोगों को पुल क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाए।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी- यहाँ आठवीं में पढ़ने वाली छात्रा से दुष्कर्म, दो महीने की निकली गर्भवती, 20 साल का आरोपी युवक गिरफ्तार

 

स्थानीयों में रोष, प्रशासन पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अगर पहले ही सख्त कदम उठाए जाते, तो यह हादसा टल सकता था। अब पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और निर्माण स्थल को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया है।