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उत्तराखंड पर बरस रहा कहर: टौंस नदी में 8 मजदूरों की मौत, आज कई जिले अलर्ट पर

देहरादून न्यूज़- उत्तराखंड एक बार फिर आसमानी आफत की चपेट में है। बीते दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे मैदानी इलाकों से लेकर सहस्त्रधारा घाटी तक हर जगह तबाही के निशान दिखाई दे रहे हैं।

 

 

20 सितंबर तक अलर्ट

मौसम विभाग ने राज्यभर में 20 सितंबर तक मौसम का अलर्ट जारी किया है। 17 सितंबर को देहरादून और बागेश्वर में अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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18 से 20 सितंबर तक राज्य के सभी जिलों में बारिश जारी रहने का अनुमान है। विभाग ने चेतावनी दी है कि संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने और सड़कें बाधित होने की आशंका बनी रहेगी। चारधाम यात्रियों को भी मौसम देखकर ही यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी गई है।

 

 

नदियां-नाले उफान पर

बारिश के चलते प्रदेश की नदियां और नाले उफान पर हैं। जलस्तर तेजी से बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवों और बस्तियों पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने लोगों से घरों से बेवजह बाहर न निकलने और नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है।

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टौंस नदी त्रासदी

देहरादून की टौंस नदी में बीते दिनों मजदूरों के बहने की दर्दनाक घटना सामने आई है। अब तक 8 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 4 मजदूर अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। SDRF और रेस्क्यू टीमें लगातार राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई हैं, लेकिन तेज बहाव और खराब मौसम के चलते दिक्कतें आ रही हैं।

 

 

सहस्त्रधारा घाटी में तबाही

15 सितंबर की रात सहस्त्रधारा घाटी के ऊपर बसे कार्लीगाड़ और मजयाड़ा गांवों से भारी मलबा और पानी नीचे की ओर बह निकला। अगले दिन सुबह जब लोगों ने हालात देखे तो कई घरों, खेतों और सड़कों को हुए नुकसान से लोग दहशत में आ गए।

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सीएम धामी ने लिया हालात का जायजा

प्रदेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देर रात राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे। उन्होंने एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों से बैठक कर राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा की। सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत, बचाव और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।