उत्तराखंड में वर्दीधारी सिपाही और उप निरीक्षकों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा, कैबिनेट से मिली मंजूरी

देहरादून न्यूज़- प्रदेश में अब सभी वर्दीधारी सिपाही के पदों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा होगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वालों की मेरिट बनाई जाएगी। इस दौरान उनसे इच्छित विभागों की सूची भी ली जाएगी।
मेरिट के आधार पर ही उन्हें विभागों का आवंटन किया जाएगा। इस प्रकार वर्दी धारी उप निरीक्षकों के लिए भी एक ही भर्ती परीक्षा कराई जाएगी।
यह परीक्षा अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के माध्यम से कराई जाएगी। कार्मिक के किसी एक विभाग में चयन होने के उपरांत उस पर उसी विभाग की सेवा संबंधी शर्तें लागू होंगी। कार्मिक विभाग ने इसके लिए वर्दीधारी सिपाही पदों पर सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया नियमावली और उत्तराखंड वर्दीधारी उप निरीक्षक पदों की सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया नियमावली बुधवार को कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत की। कैबिनेट ने इसे अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
गृह सचिव शैलेश बगौली ने कैबिनेट के इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय पुलिस, परिवहन, आबकारी, सचिवालय, विधानसभा, वन विभाग, होमगार्ड, अग्निशमन आदि में कानून-व्यवस्था, सुरक्षा और प्रवर्तन आदि का कार्य किया जाता है। इन विभागों में सिपाही व उप निरीक्षकों के लिए अभी तक अलग-अलग भर्ती परीक्षा आयोजित होती थीं।
इसमें कई बार यह होता था कि एक से अधिक पदों पर सफल होने वाले अभ्यर्थी किसी एक विभाग में अपनी सेवाएं देते थे। शेष अन्य विभागों में ये पद रिक्त रह जाते थे। अलग-अलग परीक्षा कराने और रिक्त रह गए पदों को भरने के लिए फिर से परीक्षा करानी पड़ती है।
इसमें समय, संसाधन और धन का व्यय होता है। इसे देखते हुए इन पदों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा कराने का निर्णय लिया। इसके लिए सिपाही व उप निरीक्षक पद के लिए अलग-अलग नियमावली बनाई गई। जिसे कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया है।
सभी विभाग भेजेंगे रिक्त पदों की सूचना
वर्दीधारी सेवा के सीधी भर्ती के रिक्त पदों के संबंध में सभी संबंधित विभाग अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को एक निर्धारित अवधि के भीतर सूचना भेजेंगे। इनके आधार पर आयोग भर्ती परीक्षा संपन्न कराएगा। इससे सभी विभागों को एक साथ ही कार्मिक मिल सकेंगे। साथ ही पदों के रिक्त रहने की आशंका भी कम रहेगी।
