देहरादून- हयात होटल के बार का 24 घंटे का लाइसेंस निरस्त, 12 घंटे किया, बीयर बार और पब पर प्रशासन की कार्यवाही
डीएम की संस्तुति पर हयात रेसीडेंसी को 24 घंटे बार संचालन की अनुमति को आबकारी आयुक्त ने किया निरस्त
जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद अंतर्गत होटल हयात रेसीडेंसी को 24 घंटे बार संचालन की अनुमती को निरस्त करने की संस्तुति पर आबकारी आयुक्त ने उक्त अनुमति को निरस्त कर दिया है,जबकि वर्तमान डीएम के कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व डीएम एवं आबाकारी आयुक्त द्वारा 27 अगस्त 2024 को हयात रेसीडेंसी को 24 घंटे बार संचालन की संस्तुति प्रदान की गई थी, जिसे वर्तमान डीएम की संस्तुति पर निरस्त कर दिया गया है, जो कि अब निर्धारित समयावधि रात्रि 11 बजे तक ही संचालित होगा।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी को शहर में निर्धारित समय के बाद संचालित होने वाले पब, बार पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी सविन बंसल ने मंगलवार देर रात टीम के साथ बीयर बार व पब पर छापेमारी की। पांच टीमें पूरी रात बार-पब पर ताबड़-तोड़ छापेमारी करती रहीं। जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन व उप जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट देर रात तक छापेमारी अभियान में शामिल रहे। इस दौरान ब्रिस्टल बार रतन पैलेस रात्रि 11ः22 बजे खुला मिला।
संचालक की ओर से बार के संचालन में घोर अनियमितता एवं नियमों का उल्लंघन किया गया था। राल्फ क्लब टेडी ब्याय बार जाखन रात 12 बजे खुला मिला। बार में खुलेआम मदिरा सेवन कराया जा रहा था। वहीं रियोन टुकड़ा बार यू एंड जी फूड बेवरेज राजपुर रोड पर अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। यह बार रात्रि 11ः45 बजे खुला मिला। बार में मदिरा सेवन किया जा रहा था। डीएम सविन बंसल ने कहा कि नियमावली के अनुसार राज्य में संचालित बार के खुलने का समय प्रातः 11ः00 से रात्रि 11ः00 बजे तक है। इसका उल्लंघन करने पर बार अनुज्ञापियों का 15 दिन के लिए लाइसेंस निलंबित किया गया है।
बीयर बार व पबों पर बेशक जिला प्रशासन ने छापेमारी कर दी हो, लेकिन अभी यह बेहद प्राथमिक स्तर पर की गई है। देहरादून में कई बार व पब अपनी ताकत के नशे में नियमों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन को उनकी मनमानी के बारे में सब कुछ मालूम है, लेकिन उनके रसूख के आगे हर कोई बौना है। बार व पबों की तरह हुक्का बार भी दून में खुलकर चल रहे हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
बार व पबों के संचालन में नियमों के उल्लंघन के बीच बुधवार को एक बड़े नेताजी के लाड़ले चर्चा में रहे। बताया गया कि छापेमारी के बाद नेताजी के लाड़ले अपने सियासी रसूख का प्रयोग बार-पबों को बचाने के लिए करते रहे। प्रशासन पर यह भी दबाव रहा कि जो कार्रवाई हो गई, वह बहुत है अब आगे किसी बड़े बार-पब-हुक्क बार के खिलाफ छापेमारी न की जाए। यह बताया गया कि शहर के कई बड़े बार-पब संचालकों को इन्हीं नेता जी के सुपुत्र की शह मिली हुई है। नेताजी के लाड़ले की प्रापर्टी व बार-पबों में रुचि जगजाहिर है। बताया जा रहा है कि लाड़ले के साथ ही नेता जी का भी विवादों से पुराना नाता रहा है।