देहरादून-(बड़ी खबर) इस विभाग में लंबे समय से पहाड़ों में अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को बड़ी संख्या में मिलेगी सुगम में तैनाती
देहरादून न्यूज़- उत्तराखंड में तबादले नीति के प्रावधान में आने से शिक्षा विभाग की राह और भी सरल हो जाएगी। क्योंकि इस नीति के तहत जो शिक्षक लंबे समय से पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं । उन्हें इस वर्ष सुगम क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। पर्वतीय क्षेत्रों में छात्रों की संख्या कम है, वही शिक्षकों की संख्या ज्यादा है।
जिन स्कूलों में छात्र संख्या कम है, वहां तैनात शिक्षकों को चिह्नित करते हुए उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां छात्रों की संख्या अधिक है। शिक्षा विभाग ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस सिंधु के दिए निर्देश अनुसार स्कूलों में छात्र और शिक्षकों की संख्या का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें प्रदेश के अधिकांश सरकारी स्कूलों में छात्र और शिक्षकों की संख्या का अनुपात संतुलन नहीं बैठ पा रहा है। ऐसी स्थिति खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में है जहां छात्र संख्या कम है, वही शिक्षक छात्र के मुकाबले ज्यादा हैं। जबकि अधिक छात्र संख्या वाले कई स्कूलों में शिक्षकों की संख्या कम है। तबादला नीति के बाद हर स्कूलों में छात्र संख्या से ज्यादा शिक्षकों के तबादले प्राथमिकता से किए जाएंगे। डीजी–शिक्षा बंशीधर तिवारी के अनुसार, छात्र और शिक्षक संख्या का विवरण काफी हद तक तैयार है। इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस वर्ष कोशिश की जा रही है कि अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में अनिवार्य रूप से पर्याप्त शिक्षक नियुक्त कर दिए जाएं।
साथ ही आपको बताते चलें कि क्लस्टर स्कूलों से भी दूर होगी शिक्षकों की कमी। दरअसल सरकार ने कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का विलय कर 1500 कलस्टर स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। इसमें कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को सरकार चिह्नित कर रही है। क्लस्टर स्कूल बनने के बाद स्कूलों में चल रही शिक्षकों की कमी भी दूर होगी।
डीजी–शिक्षा बंशीधर तिवारी ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि कलस्टर स्कूल बनने से विलय हुए स्कूलों के शिक्षक और संसाधनों का छात्र हित में ज्यादा बेहतर तरीके से उपयोग किया जा सकेगा। कलस्टर स्कूलों के गठन का खाका तय करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इसे शासन को सौंप दिया जाएगा।