देहरादून- आज रजत जयंती पर पीएम मोदी उत्तराखंड को देंगे 8260 करोड़ की सौगात, हितधारकों से करेंगे सवांद
राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे उत्तराखंड को विकास की नई उड़ान, जल, ऊर्जा, शिक्षा और खेल क्षेत्र की कई परियोजनाएं होंगी समर्पित।

- प्रधानमंत्री रविवार सुबह 11:30 बजे पहुंचेंगे एफआरआई देहरादून।
- 8260 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।
- 28,000 किसानों के खातों में फसल बीमा योजना की 62 करोड़ रुपये की राशि जारी।
- राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में होंगे शामिल।
देहरादून न्यूज़- राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के मौके पर उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। रविवार को प्रधानमंत्री देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) में आयोजित समारोह में 8260 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री सुबह करीब 11:30 बजे एफआरआई पहुंचेंगे और 11:45 बजे राज्य के विकास से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करेंगे। इसके बाद वह 12:05 बजे हितधारकों से संवाद करेंगे और 12:30 बजे से रजत जयंती समारोह में शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे।
किसानों को बड़ी राहत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 28,000 से अधिक किसानों के बैंक खातों में 62 करोड़ रुपये की सहायता राशि सीधे ट्रांसफर करेंगे। यह राशि किसानों की फसलों की सुरक्षा और आर्थिक मजबूती के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
इन परियोजनाओं का होगा लोकार्पण
अमृत योजना के तहत देहरादून के 23 जोनों में पेयजल आपूर्ति परियोजना।
पिथौरागढ़ विद्युत उपकेंद्र का शुभारंभ।
सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा संयंत्र की शुरुआत।
हल्द्वानी स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड का उद्घाटन।
इनका होगा शिलान्यास
सौंग बांध पेयजल परियोजना, जिससे देहरादून को 150 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) पेयजल मिलेगा।
जमरानी बहुउद्देशीय परियोजना, नैनीताल, जो पेयजल, सिंचाई और बिजली उत्पादन में सहायक होगी।
प्रदेशभर में विद्युत उपकेंद्रों की स्थापना।
चंपावत में महिला खेल महाविद्यालय की स्थापना।
नैनीताल में अत्याधुनिक दुग्ध संयंत्र की स्थापना।
विकास की नई दिशा
इन परियोजनाओं के माध्यम से उत्तराखंड को जल, ऊर्जा, तकनीकी शिक्षा, शहरी विकास, खेल और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में नई गति मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री की यह सौगात राज्य को आत्मनिर्भर और रोजगारमूलक दिशा में आगे बढ़ाने की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगी।







