हल्द्वानी- नकल माफिया का पर्दाफाश: SSC परीक्षा से पहले नैनीताल पुलिस ने गैंग लीडर समेत 9 को किया गिरफ्तार, लैपटॉप-मोबाइल बरामद

नैनीताल न्यूज़- उत्तराखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं को नकलमुक्त बनाने के मुख्यमंत्री के विजन और नकल विरोधी कानून को प्रभावी रूप से लागू करने की दिशा में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए नैनीताल पुलिस ने एक संगठित नकल गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रह्लाद नारायण मीणा के निर्देश पर कार्यवाही करते हुए हल्द्वानी के टीपीनगर क्षेत्र स्थित होटल जलविक से गैंग लीडर सहित कुल 09 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह 6 अगस्त 2025 से आयोजित SSC परीक्षा में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लेकर नकल कराने की साजिश रच रहा था।
गिरफ्तार किए गए गिरोह के सदस्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं। ये सभी काफी समय से एक-दूसरे को जानते थे और आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने ऑनलाइन परीक्षाओं में नकल कराने का नेटवर्क तैयार किया था।
गिरफ्तारी टीम:
पुलिस अधीक्षक नगर श्री प्रकाश चंद्र, क्षेत्राधिकारी श्री नितिन लोहनी और कोतवाली प्रभारी राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में गठित विशेष टीम द्वारा यह कार्यवाही की गई। होटल के कमरे में छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से 02 लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन, वाई-फाई डोंगल और अन्य तकनीकी उपकरण बरामद किए गए।
गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची:
1. सुनील कुमार (गैंग लीडर) – बागपत, यूपी
2. परविंदर कुमार (गैंग लीडर) – बागपत, हाल निवासी देहरादून
3. रमाकांत शर्मा – बुलंदशहर, यूपी
4. अभिषेक कुमार – हाथरस, यूपी
5. विशाल गिरी – मेरठ, यूपी
6. आफताब खान – मुजफ्फरनगर, यूपी
7. अरुण कुमार – मुजफ्फरनगर, यूपी
8. शिव सिंह – हाथरस, यूपी
9. जसवीर सिंह – रोहतक, हरियाणा
पूछताछ में बड़ा खुलासा:
अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने दिसंबर 2024 में ज्ञानकोश डिजिटल लाइब्रेरी, हल्द्वानी को लीज पर लेकर इसमें नकली अभ्यर्थियों (सॉल्वर्स) को बैठाकर Anydesk व Ammy Admin जैसे रिमोट डेस्कटॉप ऐप्स के माध्यम से परीक्षाओं में नकल कराने की योजना बनाई थी। एक परीक्षा के बदले में प्रति अभ्यर्थी से 4 लाख रुपये तक वसूले जाने थे।
आपराधिक इतिहास:
गिरफ्तार सुनील, परविंदर और जसवीर के खिलाफ पूर्व में भी विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, जालसाजी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
कानूनी कार्रवाई:
सभी आरोपियों के खिलाफ थाना हल्द्वानी में एफआईआर संख्या 270/2025 के तहत धारा 318(4), 319(2), 3(5) BNS व 66(D) IT Act में मामला दर्ज किया गया है। उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
पुरस्कार:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा इस उत्कृष्ट कार्यवाही में शामिल पुलिस टीम को ₹2,500 रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
मीडिया सेल,
जनपद नैनीताल
