उत्तराखण्डगढ़वाल,

उत्‍तराखंड के पहाड़ी इलाके में जघन्‍य अपराध, नाबालिग संग नौ माह तक दरिंदगी, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

  • नौ माह तक करता रहा दुष्कर्म
  • मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देकर डराता रहा
  • पुलिस ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में एक नाबालिग के साथ  9 महीने तक दरिंदगी करने का मामला सामने आया है। नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आरोपित को कोतवाली ज्योतिर्मठ पुलिस ने कर्णप्रयाग क्षेत्र में शमशान घाट के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपित को न्यायालय के आदेशों पर कारागार भेज दिया गया है।

 

 

13 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म

25 फरवरी को कोतवाली ज्योतिर्मठ पर एक नेपाली मूल की महिला द्वारा तहरीर देकर अवगत कराया कि मई 2024 से जयगणेश रावल पुत्र जस बहादुर निवासी ग्राम भामबाडा नगर पालिका क्षेत्र छायानाथ राडा, जिला मुगू आंचल करनाली नेपाल, हाल निवासी कोतवाली ज्योतिर्मठ उम्र 33 वर्ष उसकी 13 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ जबरन दुष्कर्म कर रहा है तथा किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहा है।

पुलिस टीम बनाकर तत्काल गिरफ्तारी के दिए निर्देश

महिला की तहरीर के आधार पर कोतवाली ज्योतिर्मठ पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर विवेचना महिला उपनिरीक्षक मीता गुसांई को सौंपी गई। किशाेरी से उत्पीड़न का मामला होने के चलते पुलिस अधीक्षक चमोली सवे्रश पंवार ने मामले को गंभीरता से लिया। जघन्य अपराध पर सख्त रुख अपनाकर पुलिस को त्वरित जांच के साथ आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम बनाकर तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए।

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शमशान घाट के पास बने रैन बसेरे में छुपा हुआ था दरिंदा

बताया गया कि कोतवाली ज्योतिर्मठ पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे शमशान घाट के पास बने रैन बसेरे में छुपा हुआ है।
गठित पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान पर छापा मारा गया तो एक व्यक्ति ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की सर्तक पुलिस ने भाग रहे व्यक्ति को दबोच कर पूछताछ की तो उसकी पहचान आरोपित जयगणेश रावल के रुप में हुई।

ठोस पैरवी किए जाने के सख्त  दिये निर्देश

आरोपित को न्यायालय के आदेशों से जिला कारागार पुरसाड़ी भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक द्वारा कोतवाली जोशीमठ पुलिस को अभियुक्त के विरुद्ध मजबूत साक्ष्य जुटाकर समय से आरोप पत्र प्रेषित करने तथा न्यायालय में ठोस पैरवी किए जाने के सख्त निर्देश दिये गए हैं। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस जघन्य अपराध के लिए अभियुक्त को कठोर सजा मिले। इससे समाज में ऐसे अपराध करने वालों के खिलाफ एक कड़ा संदेश जाएगा।

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