दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीते उत्तराखंड के दो लाल, आम आदमी पार्टी को मात देकर खिलाया कमल
- मुस्तफाबाद से मोहन बिष्ट छठी बार बने विधायक
- रवि नेगी ने आप के अवध ओझा को 28 हजार से अधिक मतों से किया पराजित
नैनीताल– दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत में पहाड़ के दो लाल भी शामिल हैं। पटपड़गंज से भाजपा प्रत्याशी पहाड़ के लाल रवींद्र नेगी उर्फ रवि नेगी ने आप के अवध ओझा को 28 हजार से अधिक मतों से पराजित किया तो मुस्तफाबाद से भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने छठी बार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया।
पटपड़गंज से जीते रवि नेगी मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा क्षेत्र के डोल के निवासी हैं। उनके परिवार के सदस्य हल्द्वानी में रहते हैं, जबकि दिल्ली विधानसभा में सबसे वरिष्ठ विधायक मोहन सिंह बिष्ट अल्मोड़ा जिले के ही सल्ट क्षेत्र के अजोली के मूल निवासी हैं।
बिष्ट इससे पहले 1998, 2003, 2008, 2013, 2020 में विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। दिल्ली में करीब 40 लाख से अधिक प्रवासी उत्तराखंडी रहते हैं। पटपड़गंज से जीते रवि नेगी को पिछली बार भी भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था लेकिन आप के नेता मनीष सिसौदिया से थोड़े से अंतर से हार गए थे।
इसके बाद भाजपा ने उनको विनोद नगर से निगम पार्षद का टिकट दिया और उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेगी के तीन बार पांव छूने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। अब जब भाजपा दिल्ली में प्रचंड बहुमत के सत्ता में आ चुकी है तो रवि नेगी के दिल्ली सरकार में मंत्री बनने की उम्मीद भी पहाड़ के लोग लगा रहे हैं।
दिल्ली के करावल नगर से लगातार पांच बार के विधायक मोहन बिष्ट का भाजपा ने टिकट काट दिया था, नाराजगी के बाद उनको पड़ोस की मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद से उतारा गया और उन्होंने आप आदिल अहमद खान को 17 हजार से अधिक वोटों से हराया।
रानीखेत के विधायक प्रमोद नैनवाल के अनुसार मोहन बिष्ट हो या रवि नेगी, दोनों का अपने गांव से लगाव बना हुआ है और दोनों दिल्ली में पहाड़ के लोगों की मदद करते रहे हैं।
पहाड़ मूल के लोगों का मिला समर्थन
दिल्ली में भाजपा उत्तरांचल प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन सिंह राणा ने दूरभाष पर बताया कि पहाड़ मूल के मतदाताओं ने मोदी की गारंटी पर भरोसा करते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान किया। पहाड़ मूल के दो प्रत्याशी जीते हैं।