नैनीताल- बिना अपार आईडी के प्रवेश में आएगी अड़चन, निजी स्कूल कार्ड बनाने में पीछे

हल्द्वानी न्यूज़– अपार आईडी नहीं बनने से प्रवेश के समय अड़चनें आ सकती हैं। एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रवेश के लिए अपार आईडी (यूनिक स्टूडेंट आईडी कार्ड) भी आवश्यक कर दी गई है। बिना इसके दूसरे स्कूल में आसानी से प्रवेश नहीं मिलेगा।
निजी विद्यालयों में नर्सरी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। एक अप्रैल से अन्य कक्षाओं में भी प्रवेश होंगे। ऐसे में कई छात्र दूसरे स्कूलों में भी प्रवेश लेंगे। यदि छात्र की अपार आईडी नहीं बनी है, तो प्रवेश के समय मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अपर जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा कार्यालय के अनुसार जिले में 73.60 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की ही अपार आईडी बन पाई है। निजी स्कूल इस कार्य में पीछे हैं। पंजीकृत 2,37,975 विद्यार्थियों में से केवल 1,75,155 विद्यार्थियों की ही यूनिक स्टूडेंट आईडी कार्ड बन पाए है। इसमें अधिकतर निजी स्कूल लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाए हैं।
ऐसे विद्यालयों को अब चिह्नित किया जा रहा है। इस संबंध में अपर जिला परियोजना अधिकारी ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है।
अपार आईडी के फायदे
-छात्रों के सभी शैक्षणिक रिकॉर्ड एक ही जगह उपलब्ध होते हैं।
– विद्यार्थियों को कहीं भी अलग से डॉक्यूमेंट देने की जरूरत नहीं पड़ती।
– अपार आईडी से छात्रों को अलग पहचान मिलती है।
– फर्जीवाड़े की शंकाए कम होती हैं।
– आईडी पर एक क्लिक से सभी जानकारी मिल जाती है।
जिले में 73.60 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की ही अब तक अपार आईडी बन पाई है। खंड शिक्षा अधिकारियों से इस संबंध में जवाब मांगा गया है। इसमें छात्र को पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सेव रहता है। प्रवेश के समय इससे आसानी होती है।
पीएल टम्टा, अपर जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा
