अब स्कूल खुलते ही मिलेंगी मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें: शिक्षा सत्र 2026-27 से पहले 15 मार्च तक सभी छात्रों को किताबें देने के निर्देश

प्रदेश के सरकारी और अशासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। अगले शिक्षा सत्र में उन्हें मुफ्त पाठ्य-पुस्तकों के लिए पूरे साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा। शिक्षा मंत्री के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अग्रिम तैयारी शुरू कर दी है और किताबों के वितरण की अंतिम तिथि भी तय कर दी गई है।
शिक्षा विभाग के अनुसार सत्र 2026-27 के शुरू होने से पहले 15 मार्च 2026 तक कक्षा 1 से 12 तक के सभी छात्रों को मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएंगी। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। पत्र के अनुसार पाठ्य-पुस्तकों की सॉफ्ट कॉपी 10 दिनों के भीतर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को उपलब्ध कराई जानी है, ताकि छपाई और वितरण की प्रक्रिया समय पर पूरी की जा सके।
गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद से अधिकांश वर्षों में नया सत्र शुरू होने से पहले छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पाती थीं। सिस्टम की धीमी प्रक्रिया के कारण प्रदेश के 16 हजार स्कूलों में अध्ययनरत साढ़े आठ लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को हर साल लंबा इंतजार करना पड़ता था। स्थिति सुधारने के लिए विद्यालयों में पुस्तकालय प्रणाली लागू कर पुरानी किताबें उपलब्ध कराई गईं, लेकिन इसके बावजूद सभी छात्रों तक पुस्तकें समय पर नहीं पहुँच पा रही थीं।
शिक्षा मंत्री के निर्देशों के बाद विभाग ने इस बार प्रक्रिया को समयबद्ध बनाते हुए अभी से काम शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि आगामी सत्र में कोई भी छात्र बिना किताब के स्कूल नहीं आएगा।
— डॉ. मुकुल सती, निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने कहा कि “सत्र शुरू होने से पहले सभी छात्र-छात्राओं को मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराना प्राथमिकता है और विभाग इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है।”






