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अल्मोड़ा- तीन बच्‍चों की मां को भगाने वाला हेयर ड्रेसर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बदला महिला का धर्म, पढ़े पूरी खबर।

रानीखेत/ अल्मोड़ा न्यूज़- द्वाराहाट की ग्रामीण महिला को बरगला कर भगा ले जाने वाले समुदाय विशेष के हेयर ड्रेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि गरीबी का लाभ उठा उसे प्रलोभन दे महिला का धर्मांतरण भी करा दिया गया है। इस बात की तस्दीक तब हुई जब महिला को बुर्के के साथ आरोपित के साथ पकड़ लिया गया।

पुलिस ने धर्मांतरण एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। उत्तराखंड में धर्मांतरण एक्ट लागू होने के बाद यह सातवां जबकि इस कानून को सख्त बनाए जाने के बाद कुमाऊं का दूसरा मामला है जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ है। इधर पहले कांग्रेस फिर हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली पहुंच घटना को शर्मनाक करार दिया है।

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जानकारी के मुताबिक द्वाराहाट के एक गांव की महिला इलाज के सिलसिले में ईद वाले दिन नगर स्थित एक निजी चिकित्सक से दवा लेने पहुंची थी। आरोप है कि कचहरी लाइन स्थित सीढ़ी बाजार में सैलून चलाने वाला मो. चांद पुत्र मो. शरीफ ने बहला फुसला कर महिला को अपने चंगुल में फंसा लिया। स्वजनों के अनुसार समुदाय विशेष के युवक ने जबरन उसका मोबाइल अपने पास रख लिया। उसे घर भी नहीं जाने दिया।

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इधर महिला के पति व अन्य सदस्यों को लगा कि शायद वह रानीखेत स्थित अपने रिश्तेदारों के यहां चली गई होगी। मगर जब पता लगा कि वह न तो रिश्तेदारों से मिली न ही किसी के घर पहुंची तो उसकी तलाश तेज की गई। बीते शनिवार को स्वजन कोतवाली पहुंचे।

सैलून चलाने वाला मो. चांद पर संदेह जता किसी तरह उससे संपर्क साधा गया तो मामला खुल गया। मो. चांद की अपनी पत्नी से तलाक की चर्चाएं हैं, जबकि लगभग 40 वर्षीय महिला भी विवाहित है और तीन बच्चों की मां है।

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वही कोतवाल हेम चंद्र पंत ने टीम गठित कर दबिश देकर उसे कचहरी लाइन क्षेत्र से दबोच लिया। बुर्काधारी महिला को भी बरामद कर कोतवाली लाया गया। जहां कड़ी पूछताछ की गई। सीओ तिलक राम वर्मा व कोतवाल हेम पंत के अनुसार आरोपित युवक के विरुद्ध धर्मांतरण एक्ट व अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया।