उत्तराखण्डकुमाऊं,

उत्तराखंड- दिल्ली से पिथौरागढ़ को जा रही रोडवेज की बस का हुआ ब्रेक फेल, बाल-बाल बचे 27 यात्री

चंपावत न्यूज़– उत्तराखंड परिवहन निगम की खटारा बसों में यात्रा करना जोखिम भरा हो गया है। बुधवार को दिल्ली से पिथौरागढ़ जा रही रोडवेज की पिथौरागढ़ डिपो की एक पुरानी बस का ब्रेक फेल हो गया। चालक की सूझबूझ से 27 यात्रियों की जान तो बच गई, लेकिन इससे रोडवेज प्रबंधन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है।

लोगों ने रोडवेज प्रशासन पर यात्रियों की जान से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। बुधवार की सुबह दिल्ली से पिथौरागढ़ जा रही बस संख्या- यूके 07 पीए-3148 का चंपावत-टनकपुर हाईवे पर बनलेख के पास अचानक ब्रेक फेल हो गया। जिस कारण बस अनियंत्रित हो गई। ब्रेक फेल होने की जानकारी मिलते ही बस में बैठे यात्रियों में चीख पुकार में मच गई।

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बस चालक पंकज पांडे ने साहस दिखाते हुए अनियंत्रित बस को पहाड़ी से टकरा दिया, जिससे उसमें सवार 27 यात्रियों की जान बच गई। चालक पांडे ने बताया अचानक बस का ब्रेक पाइप फट गया था, जिस कारण बस के ब्रेक ने काम करना बंद कर दिया। यात्रियों की जान बचाने के लिए उन्हें बस को पहाड़ी से टकराना पड़ा।

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चालक ने बताया कि बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं, जिन्हें दूसरी बस से पिथौरागढ़ भेज दिया गया है। इधर इस घटना के बाद एक बार फिर रोडवेज बसों की उपयुक्तता पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

पिथौरागढ़ और लोहाघाट डिपो की अधिकांश बसें खटारा हो चुकी हैं। माइलेज पूरा करने के बाद भी इन बसों को यात्रियों की जान ताक पर रखकर लंबे रूटों पर दौड़ाया जा रहा है। आए दिन बीच रास्ते में तकनीकी खराबी आने से बसें बीच रास्ते में ही रुक जा रही हैं। इसके बाद भी उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा नई बसों की उपलब्धता नहीं कराई जा रही है।

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लोहाघाट डिपो के ऐजीएम केएस राणा ने बताया कि लोहाघाट डिपो के बेड़े में नई बसों की डिमांड की गई है। फिलहाल बसें उपलब्ध नहीं हो पाई हैं।