यहाँ शराब के लिए पैसे ना देने पर बाप ने कुल्हाड़ी से काटी अपने बेटे की गर्दन, मौके से पिता हुआ फरार, सुबह लाश देख बिलख पड़ा परिवार
यहाँ शराब के लिए रुपये नहीं दिए तो हरियाणा के पलवल स्थित गांव कलवाका में एक व्यक्ति ने अपने 34 वर्षीय बेटे की कुल्हाड़ी से वार कर निर्मम हत्या कर दी। आरोपी ने रात को सोते समय अपने बेटे की गर्दन को कुल्हाड़ी से काट दिया। हत्या के बाद आरोपी पिता मौके से फरार हो गया।
वही सुबह परिजनों को घटना की जानकारी मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। गदपुरी थाना पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। अभी तक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
वही गदपुरी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजवीर सिंह के अनुसार, गांव कलवाका निवासी जमशेद ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसके तीन भाई और तीन बहनें हैं। सभी की शादी हो चुकी है। उसका बड़ा भाई नवाब मजदूरी करता था और अपने बच्चों के साथ गांव में ही रहता था। उसके पिता भोबल शराब पीने के आदी हैं। उनके शराब पीने की आदत से पूरा परिवार परेशान रहता है। वे आए दिन शराब पीने के लिए रुपयों की मांग करते थे और न देने पर झगड़ा करने पर उतारू हो जाते थे।
उन्होंने कई बार रुपये न देने पर नवाब को जान से मारने की धमकी दी थी। रविवार शाम को भी रुपयों को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। रात के समय नवाब प्लॉट पर चारपाई पर सोया हुआ था। रात के करीब ढाई बजे उसके पिता भोबल ने सोते हुए नवाब की गर्दन पर कुल्हाड़ी से कई वार किए, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
वही हत्या के बाद भोबल मौके से फरार हो गया। सुबह अन्य परिजन प्लॉट पर पहुंचे तो नवाब को चारपाई पर लहूलुहान अवस्था में पाया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला नागरिक अस्पताल में भिजवाया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वही पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पिता द्वारा सगे बेटे की हत्या करने की वारदात से गांव में गम का माहौल है।
वही गांव कलवाका में नशे की लत ने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया। शराब के लिए रुपये न देने का खामियाजा नवाब को जान देकर चुकाना पड़ा, जिससे पांच बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। बता दें कि कलवाका निवासी नवाब के पांच बेटे हैं। वह मजदूरी कर अपने परिवार का गुजर-बसर करता था।