उत्तराखंड- डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या की जिम्मेदारी तरनतारन के सरबजीत सिंह ने ली, FB पोस्ट में लिखी वजह
- गुरुघर में लड़कियाें के कार्यक्रम से था नाराज।
- पुलिस पोस्ट की तस्दीक में जुटी।
- उत्तर प्रदेश व पंजाब में दी जा रही दबिश भी।
डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले फरार एक हत्यारोपित तरनतारन पंजाब निवासी सरबजीत सिंह ने फेसबुक में पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस पोस्ट में लोगों ने तरह-तरह के कमेंट भी किए है।
पुलिस इसकी तस्दीक करने में जुट गई है। पता लगाया जा रहा है कि पोस्ट करने वाला हत्यारोपित था या फिर किसी अन्य ने किया है। इधर, पुलिस व एसओजी की आठ टीमें उत्तर प्रदेश व पंजाब में भी हत्यारोपितों की तलाश में दबिश दे रही हैं।
पुलिस इसकी तस्दीक करने में जुट गई है। पता लगाया जा रहा है कि पोस्ट करने वाला हत्यारोपित था या फिर किसी अन्य ने किया है। इधर, पुलिस व एसओजी की आठ टीमें उत्तर प्रदेश व पंजाब में भी हत्यारोपितों की तलाश में दबिश दे रही हैं।
इस पर पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश के साथ ही पंजाब के लिए रवाना हो गई थी। इधर, शुक्रवार को फेसबुक में सरबजीत की एक पोस्ट प्रसारित हुई। जिसमें सरबजीत सिंह ने गुरुमुखी भाषा में नानकमत्ता में डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
पोस्ट में लिखा है– ‘वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतह। नानकमत्ता में प्रधान सेवक तरसेम सिंह से बदला ले लिया गया। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि तरसेम सिंह ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी के स्वागत के लिए गुरुघर में लड़कियों को नचाया था। यह सिखों की भावना को आहत करने वाली बात थी। कई सिख संगठनों ने विरोध किया, लेकिन वह साधू सरकारी साहब के दम पर गुंडागर्दी करता था।’