उत्तराखंड कैडर के 2015 बैच की इस आईपीएस अधिकारी ने अपने पद से दिया इस्तीफा, पढ़े खबर

उत्तराखंड कैडर के 2015 बैच की आईपीएस रचिता जुयाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के पीछे उन्होंने निजी कारण बताए हैं। हालांकि, उनके इस्तीफे पर अभी शासन को अंतिम फैसला लेना है।
इसके बाद आईपीएस रचित जुयाल की फाइल भारत सरकार को भेजी जाएगी।
पिछले 10 वर्षों में आईपीएस रचिता जुयाल ने कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाई है। आईपीएस रचिता जुयाल अपनी लव स्टोरी को लेकर सुर्खियों में आई थीं। रचित ने फिल्म डायरेक्टर यशस्वी जुयाल से शादी की है। यशस्वी डांसर राघव जुयाल के भाई हैं।
रचिता जुयाल और यशस्वी की लव स्टोरी कोविड से शुरू हुई थी। यशस्वी ने कोरोना की दूसरी लहर में जमकर समाज सेवा की थी। जिसे देखकर रचित काफी प्रभावित हुईं, क्योंकि रचिता भी उन दिनों एक एनजीओ के साथ लोगों की मदद करने के लिए तत्पर रहती थीं।
समाज सेवा से जुड़े दोनों लोगों की मुलाकात दोस्ती की राह पर चल पड़ी और फिर यह दोस्ती लव स्टोरी में बदल गई और बाद में दोनों ने शादी कर ली। रचिता के पिता भी पुलिस सेवा में रहे हैं। बचपन से अपने पिता की पुलिस की वर्दी देख रचिता जुयाल को पुलिस सेवा में जाने की प्रेरणा मिली और 2015 में उत्तराखंड की आईपीएस बनी।
वर्ष 2015 में रचिता जुयाल ने यूपीएससी परीक्षा में 215वीं रैंक हासिल की थी और उसके बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां को निभाया। आईपीएस रचिता जुयाल अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले की एसपी रह चुकी हैं, जबकि इससे पहले भी राज्यपाल की एडीसी पद पर तैनात थीं।
वर्ष 2020 में पूर्व राज्यपाल देवी रानी मौर्य ने उन्हें अपना एडीसी नियुक्त किया था। मात्र 10 साल की सेवा के बाद पुलिस विभाग के अधिकारी पद से इस्तीफा देने की खबर से हर कोई हैरान है।
एसपी विजिलेंस के तौर पर काम करते हुए रचिता जुयाल की कार्यप्रणाली से सभी प्रभावित थे। यहां तक की पुलिस के दारोगा को भी ट्रैप कर उन्होंने जेल का रास्ता दिखाया, लेकिन अब अचानक से उनका इस्तीफा देना किसी के गले नहीं उतर रहा है।
रचिता जुयाल की गिनती तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों में होती है। उन्होंने कुछ दिन पहले अपने इस्तीफा का आवेदन राज्य सरकार को भेज दिया था। आवेदन की एक प्रति पुलिस महानिदेशक कार्यालय को भी भेज दी है। अब इस पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार के पास लंबित है, क्योंकि अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों के इस्तीफे का अंतिम अनुमोदन दिल्ली से ही होता है।
आईपीएस रचिता जुयाल के इस्तीफे के पीछे निजी और पारिवारिक कारण बताए जा रहे हैं। हाल ही में एक दारोगा को रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। आईएसबीटी चौकी के इंचार्ज के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी, जिससे पूरे विभाग में हड़कंप मच गया था।
वहीं, इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की सक्रियता और सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का असर माना गया। इतना ही नहीं एसपी रचिता के नेतृत्व में विजिलेंस ने कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी तेजी से कार्रवाई की थी।
