उत्तराखंड- यहाँ तीन मासूमों को निवाला बनाने वाले आदमखोर गुलदार को वन विभाग की टीम ने किया ढेर, दहशत के चलते स्कूलों को करवाना पड़ा था बन्द
- नई टिहरी के भिलंगना ब्लाक के पट्टी हिंदाव में पिछले चार महीने से था आतंक।
- 55 दिन से छह शिकारी दल, 30 सदस्यीय वन विभाग की टीम ने डाला था डेरा।
- 20 ट्रैप कैमरे भी लगाए गए थे, दहशत के चलते स्कूलों को बंद करवाना पड़ा था।
नई टिहरी न्यूज़- घनसाली-भिलंगना ब्लाक के पट्टी हिंदाव के गांवों में आतंक का प्रयाय बने नरभक्षी गुलदार को वन विभाग के शिकारी दल ने ढेर कर दिया है। गुलदार ने पिछले चार महीने में क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में तीन मासूमों को निवाला बनाया था।
इसकी दहशत के चलते क्षेत्र के स्कूलों को बंद करवाना पड़ा था। गुलदार वन विभाग के लिए भी चुनौती बना था। विभाग की टीमें तीन अक्टूबर से यहां डेरा डाले हुए थी। टीम ने 20 ट्रैप कैमरे, छह शिकारी दल और 30 सदस्यीय अन्य टीम को लगा रखा था।
तीन मासूमों की जान जाने के बाद आमजन में वन विभाग के प्रति आक्रोश बना था। वन विभाग ने भी गुलदार को पकड़ने या मारने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। तीन अक्टूबर से शिकारी दल और वन विभाग की टीम लगातार इस क्षेत्र में तैनात थी।
वन विभाग ने भौंण गांव के कोटी तोक में गुलदार को मारने के लिए मचान बनाया था। मंगलवार की रात करीब नौ बजे जैसे ही गुलदार कोटी के पास पहुंचा शिकारी जहीर बख्शी ने उस पर गोली चला दी। गुलदार दो गालियों में ही ढेर हो गया। सात साल की इस मादा गुलदार के शव को घनसाली वन चौकी लाया गया।
पोस्टमार्टम के बाद शव को जला दिया गया। विभाग का दावा है कि ट्रैप कैमरे और पंजों से पता चला है कि यह वही गुलदार था जो चार महीने से क्षेत्र में दिखाई दे रहा था। यह चोटिल भी था। इस कारण उसे भागने का मौका नहीं मिल पाया।