उत्तराखंड- यहाँ शराब की तस्करी करने से रोका, तो युवक का सिर कुचलकर की हत्या, ऐसे खुला पूरा हत्या का राज
यहाँ चार दिन पहले पाटी के मंगललेख में हुई हत्या की वारदात का पुलिस ने 72 घंटे बाद खुलासा कर दिया है। युवा व्यापारी पान सिंह की हत्या करने वाला गांव का ही एक शख्स निकला। जिसके साथ मृतक का पूर्व से ही विवाद चल रहा था। छलड़ी की रात आरोपी ने पहले पान सिंह को शराब पिलाई।
इसके बाद रंजिश को खत्म करने के लिए पान सिंह पर ताबड़तोड़ पत्थर बरसाए और अंत में मफलर से उसका गला घोट कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया है। शुक्रवार को एसपी अजय गणपति ने चंपावत पुलिस कार्यालय में इस मामले का खुलासा किया।
वहीं एसपी ने बताया कि 26 मार्च को मंगललेख के सल्यानी तोक में पान सिंह बिष्ट पुत्र कैलाश सिंह बिष्ट का शव मिला था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताकर तीन लोगों के खिलाफ नामजत तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पूछताछ के लिए संबंधित को हिरासत में लिया था।
पूछताछ के दौरान हिरासत में लिए गए भगवान सिंह पुत्र मदन सिंह ने पान सिंह की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने आरोपी भगवान सिंह के पास से घटना के दिन पहनी जैकेट को भी कब्जे में ले लिया। जिसमे खून के छीटें लगे थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपी की पान सिंह से रंजिश थी। आरोपी लंबे समय से क्षेत्र में शराब की तस्करी करता है। जिसका पान सिंह विरोध करता था। आरोपी पर इससे पहले आबकारी अधिनियम में केस दर्ज है।
यह रहे पुलिस टीम में शामिल- हत्या की गुत्थी सुलझाने में ऐसओ सुरेंद्र कोरंगा समेत एसआई देवेंद्र सिंह बिष्ट, सुरेश सिंह, प्रकाश सिंह कठायत, कमल नाथ, कुबेर सिंह, दीपक सिंह, गिरीश भट्ट आदि रहे।
वहीं एसपी अजय गणपति ने मामले के खुलासे के लिए सीओ वंदना वर्मा और एसओ पाटी सुरेंद्र कोरंगा की कार्यप्रणाली को सराहा। उन्होंने कहा कि बेहतर पुलिसिंग से केस खुल सका और आरोपी को सलाखों के पीछे भेज जा सका।
वहीं एसपी ने दोनों को शाबाशी दी। एसपी ने बताया कि मृतक पान सिंह का पिता भी हत्या के जुर्म में सलाखों के पीछे है। पांच वर्ष पूर्व बारात में एक व्यक्ति की हत्या का आरोप मृतक पान सिंह के पिता कैलाश सिंह पर है। इससे डेढ़ महा पूर्व पाटी के कजीना में ही एक हत्या हुई थी। जहां हत्यारे ने वारदात के बाद खुद पुलिस को कॉल कर जुर्म स्वीकारा था।