उत्तराखंड- यहाँ होटल में अच्छा खाना और महंगे शौक ने तीन किशोरों बना दिया अपराधी, लूट की वारदात को देते थे अंजाम
मंगलौर न्यूज़ : होटल में अच्छा भोजन और अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए एक ही गांव के रहने वाले तीन किशोर अपराधी बन गए। तीनों कक्षा 10 के छात्र हैं और अलग-अलग स्कूलों में पढ़ाई करते हैं। पूछताछ में बताया कि वह इंटरनेट मीडिया पर अपराध से जुड़ी वीडियो को देखते थे। उनको पार्टी करने की लत लग गई।
उन्होंने अपराध की दुनिया में कदम रख लिया और तीनों ही शाम के समय क्षेत्र के संपर्क मार्गों पर खड़े होकर राहगीरों सिर पर डंडे से वार कर मोबाइल फोन व नगदी लूट लिया करते थे। तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की निशानदेही लूट का सामान एवं डंडा बरामद हुआ है। तीनों ही आरोपित नाबालिग है।
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में पिछले कुछ समय से तीन बाइक सवार रात के समय गांव के संपर्क मार्ग पर खड़े होकर आने जाने वालों के सिर पर डंडा मारते हुए उनसे लूटपाट करने की घटना को अंजाम दे रहे थे। 30 दिसंबर 2023 की रात को मंडावली के पास स्थित एक फैक्ट्री के पास बाइक मरम्मत का काम करने वाले मिथुन निवासी नगला सलारू को रास्ते में डंडा मार कर उससे 6580 रुपये और मोबाइल फोन को लूट लिया गया था।
इसी तरह एक फरवरी की देर शाम को गुरुकुल नारसन से बसवाखेड़ी वाली पुलिया के पास बाइक सवार अज्ञात ने मोहित निवासी ग्राम कुमराड़ी के ऊपर डंडे से वार करके उससे दो हजार रुपये और मोबाइल लूटने के साथ ही मोबाइल से आनलाइन पांच हजार रुपये किसी खाते में भी ट्रांसफर करवाए थे।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश की। जिसके बाद शनिवार की देर रात एक बार फिर नारसन क्षेत्र में घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे बाइक पर सवार तीन किशोर को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वह तीनों खेड़ाजट गांव के रहने वाले हैं।
होटल में अच्छा खाना और अन्य शौक पूरे करने के लिए घटना को अंजाम देते थे। पुलिस ने तीनों से पूछताछ करने के बाद घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, 1500 रुपये और लूट गया मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त डंडा भी बरामद किए है।
अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले तीन किशोरों की तरह अन्य किशोर आपराधिक दुनिया में कदम न रखें, इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि अपने काम में व्यस्त रहने वाले माता-पिता को सावधान रहने के साथ ही अपने बच्चों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि माता-पिता की लापरवाही के कारण बच्चे अपराधी और कुंठाग्रस्त बन सकते हैं। अभिभावक समय-समय पर बच्चों की गतिविधियों की ओर विशेष ध्यान देकर उनके लिए भी कुछ समय निकले।