उत्तराखण्डगढ़वाल,

उत्तराखंड- यहाँ शिव महापुराण कथा की पूजा में बैठने को लेकर दो वर्गों में हुआ विवाद, टेंट और लकड़ियों को किया आग के हवाले, जाने पूरा मामला।

उत्तरकाशी न्यूज़– उत्तराखंड प्रदेश के उत्तरकाशी जिले में मोरी विकास खंड के बिंगसारी गांव में चल रहे शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में  पूजा (वर्णी) में बैठने को लेकर दो वर्गों में विवाद हो गया। आपसी कलह के चलते एक वर्ग ने कथा से किनारा कर लिया और साथ ही अनुसूचित वर्ग के लोगों ने कथा के लिए दिया चंदा और बर्तन भी लिए वापस ले लिए। इतना ही नहीं उने टेंट और लकड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  लालकुआं क्षेत्र में आधार केंद्रों में SDM तुषार सैनी ने की ताबड़तोड़ छापेमारी, दिए ये निर्देश

सोमवार से आयोजित शिव महापुराण कथा का आयोजन पहले दिन ही विवादों की भेंट चढ़ गया। इस महापुराण में चार ग्राम पंचायतों रमाल गांव, बिंगसारी, खरसाड़ी व डोभाल गांव के कुल सात गांव शामिल हैं। जिसमे कथा के पहले ही दिन देर शाम को अनुसूचित वर्ग और सामान्य वर्ग के लोगों में वर्णी बांधने को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। कथा समिति के अध्यक्ष/बजीर कुशला सिंह रावत का कहना है की हमने हर वर्ग के लोगों में से एक-एक व्यक्ति को वर्णी के लिए चुना गया है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी- कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने प्राधिकरण, सिटी मजिस्ट्रेट और नगर निगम दफ्तरों मारा छापा, दफ्तरों में मची खलबली, एक JE सहित तीन कर्मचारियों का जवाब-तलब

अनुसूचित वर्ग से भी ग्राम पंचायत के हिसाब से एक व्यक्ति को वर्णी में बैठाया गया है। इन लोगों की मांग है कि सभी लोग वर्णी में बैठेंगे। वहीं नायब तहसीलदार मोरी जबर सिंह असवाल का कहना है कि उक्त मामला उनके संज्ञान में नहीं है।

यह भी पढ़ें 👉  लन्दन के स्कूल के साथ चिल्ड्रंस एकैडमी का शिक्षा और संस्कृति का हुआ आदान-प्रदान विदेश के स्कूल से सांस्कृतिक मेलजोल बढ़ाने वाला चिल्ड्रंस एकेडमी कुमाऊं का पहला विद्यालय बना