उत्तराखण्डकुमाऊं,

हल्द्वानी हिंसा- उपद्रवियों के बीच फंसने पर वहाँ मौजूद महिला जवानों को बचाने के लिए अंत तक डटे रहे एसपी सिटी, बताया आंखों देखा हाल

हल्द्वानी हिंसा- बनभूलपुरा में पथराव और आगजनी के बीच जब फोर्स पीछे हट गई थी, तब उपद्रवियों के बीच फंसने पर एसपी सिटी हरबंस सिंह अपने साथ मौजूद महिला जवानों को बचाने के लिए अंत तक न सिर्फ डटे रहे, बल्कि जवानों को सबसे पहले निकालने के बाद आखिर में वहां से निकले। जब थाने में आग लगने की जानकारी मिली तो जवानों को बचाने के लिए दोबारा हिंसाग्रस्त क्षेत्र में घुस गए।

बनभूलपुरा में अतिक्रमण तोड़ने के दौरान एसपी सिटी हरबंस सिंह की अगुवाई में फोर्स को सबसे आगे पूरब की ओर लगाया था, जहां अतिक्रमण हटना था। एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि इस बीच पथराव शुरू हो गया और एक दीवार के पीछे से लोग पत्थर फेंकने लगे। उनको वहां से हटाने के लिए करीब 15-16 जवानों के साथ आगे बढ़े और दीवार को तुड़वाकर आगे मैदान में चले गए। इस बीच भीड़ बढ़ती गई और पथराव तेज हो गया। पीछे मौजूद फोर्स वहां से हटने लगी, लेकिन जब तक वे वहां से निकलते फोर्स पीछे जा चुकी थी और वे दोनों तरफ से फंस गए थे। उनके साथ महिला फोर्स के जवान अधिक थे, इसलिए उनको बाहर निकलने की पहली प्राथमिकता थी।

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महिला जवानों को बचाने के लिए उनको पहले बाहर निकलने के लिए कहा और उनको आगे कर वह खुद उनके पीछे से आने लगे। इस दौरान उनके हाथ, कमर और पैर में पत्थर लगने से चोट लगी। हाथ से खून भी बहने लगा था। जहां पर जेसीबी खड़ी थी, वहां से आगे निकलते ही जेसीबी चालक को भी वहां से जाने को कहा। थोड़ी देर में ही उपद्रवी जेबीसी में चढ़ गए। वहां से जैसे ही बाहर की ओर आए तो यहां मोड़ पर आग लगी थी, तब एक गली में घुस गए।

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मगर अंधेरे में कुछ सिपाही रास्ता भटक गए और दूसरी गली में चले गए। लेकिन उनको पूरा रास्ता पता था इसलिए जो साथ थे पहले उनको अंबेडकर नगर की गली से बाहर निकाला। उसके बाद भटके हुए सिपाहियों को भी खोजकर करीब सवा 7 बजे बाहर निकल पाए। बाहर आकर सबसे पहले घायलों को देखा और अस्पताल भिजवाया।

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थाना जलाने की सूचना पर तुरंत दौड़े
एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाके से बाहर ही निकले थे, तभी बनभूलपुरा थाने में आग लगने की सूचना मिली। इस पर चोटिल महिला जवानों को अस्पताल भिजवाकर तुरंत बनभूलपुरा थाने की ओर गए। वहां का मंजर बहुत भयावह था। सबसे पहले थाने में फंसे लोगों को बाहर निकलवाया। उसके बाद उपद्रवियों को खदेड़ने की कार्यवाही शुरू की।