मयंक हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच एवं हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर ब्लॉक प्रमुख, ग्राम प्रधानों एवं जनप्रतिनिधियों ने डीएम नैनीताल को सौंपा ज्ञापन।
लालकुआं न्यूज़- हल्दूचौड़ के दौलिया निवासी 24 वर्षीय युवक के जयपुर राजस्थान के एक होटल में हुए जघन्य हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच एवं हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर क्षेत्र के ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों व ब्लाक प्रमुख ने हल्द्वानी पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन की प्रति जिलाधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी, जिसमें तत्काल कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
जिलाधिकारी वंदना सिंह के हल्द्वानी कैंप कार्यालय में उनसे मिलने ब्लाक प्रमुख हल्द्वानी रूपा देवी के नेतृत्व में पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने जिला अधिकारी को बताया कि दौलिया निवासी मयंक सिंह पपोला उम्र 24 वर्ष जोकि होटल हयात पैलेस मालवीय नगर जयपुर राजस्थान में कार्यरत था। गत दिनांक 5 जुलाई की रात को होटल प्रशासन और होटल सह कर्मियों की मिली भगत से मयंक सिंह पपोला की हत्या कर दी गई, और उसे रात में अन्य सहकर्मी उद्देश्य रावत के कमरे में छोड़ दिया गया।
वही जब होटल कर्मचारियों से मृत्यु का कारण पूछा गया तो कुछ भी सही जवाब नहीं दिया गया और मयंक के सिर, सीने, चेहरे, गले व गुप्तागों सहित पूरे शरीर में चोट के निशान, नाक से खून निकल रहा था और साथ ही होटल में लगे कैमरे दिखाने से भी मना किया गया। जिससे होटल में लगे कैमरों से छेडछाड कर सबूत नष्ट करने की सम्भावना है।
वही मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन की प्रति जिलाधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह को सौंपते हुए जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सही तथ्य सामने लाने के लिए तत्काल मामले की उच्च स्तरीय जांच एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्यवाही अमल में लाई जाए। क्योंकि घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भी अत्यधिक आक्रोश है। इस पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि वह अपने स्तर से जयपुर के कमिश्नर को पत्र भेजकर तत्काल कार्यवाही करने को कहेंगे और साथ ही उनके द्वारा दिया गया ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित कर दिया जाएगा।
वही ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान रुक्मणी नेगी, हरीश बिरखानी, संदीप पांडे, हरेंद्र असगोला, भास्कर भट्ट, सोनी शर्मा, गोपाल अधिकारी, त्रिलोचन पाठक, हेमवती नंदन दुर्गापाल, गोकुल फुलारा और रविंद्र सिंह सहित भारी संख्या में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहे।