देहरादून- यहाँ उत्तराखंड रोडवेज़ की खड़ी बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, ड्राइवर और कंडक्टर समेत 6 आरोपी गिरफ्तार
- पीड़ित ने बताया कि उसके साथ बस में कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया
- किशोरी ने कई बार बदला बयान
देहरादून न्यूज़- देहरादून आईएसबीटी में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस में पांच आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं।
आरोपितों में धर्मेंद्र कुमार निवासी बंजारावाला ग्रांट बुग्गावाला हरिद्वार (ड्राइवर), देवेंद्र निवासी चुड़ियाला भगवानपुर (कंडक्टर), रवि कुमार निवासी नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेश (ड्राइवर), राजपाल निवासी बंजारावाला ग्रांट बुग्गावाला हरिद्वार (ड्राइवर) व राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा पटेलनगर (कैशियर) शामिल हैं।
आरोपित धर्मेंद्र और रवि अनुबंधित चालक हैं। देवेंद्र विशेष श्रेणी परिचालक, राजपाल नियमित चालक और राजेश सोनकर नियमित परिचालक (वर्तमान में कैशियर सीट पर बैठ रहा था) है। अनुबंधित चालकों को छोड़कर शेष तीन उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारी हैं।
पुलिस के मुताबिक, 12 अगस्त की रात को आईएसबीटी बस अड्डे पर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। किशोरी के बयान के आधार पर पटेलनगर थाने में मामला दर्ज किया गया।
एसएसपी के अनुसार पीड़ित ने बताया कि उसके साथ बस में कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की और विशेष टीम का गठन किया। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान किशोरी ने कई बार अपना बयान बदला, जिससे जांच में मुश्किलें आईं। हालांकि, पुलिस ने लगातार प्रयास करते हुए लड़की के स्वजनों का पता लगा लिया और उनसे पूछताछ की। किशोरी मूल रूप से मुरादाबाद की रहने वाली है। उसके स्वजन शाम तक देहरादून पहुंचेंगे।
बताया कि जांच के दौरान पता चला कि किशोरी पहले भी कई बार घर से भाग चुकी है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद घटना में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आइएसबीटी परिसर में खड़ी बस में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल केदारपुरम बालिका निकेतन पहुंची। उन्होंने किशोरी से विस्तृत जानकारी ली। जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट एवं बाल कल्याण समिति के सदस्य से विस्तार से जानकारी ली।
उत्तराखंड में इस तरह की घटना निंदनीय है। पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई पर पैनी नजर रखी जायेगी। – कुसुम कंडवाल, अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग