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बिंदुखत्ता राजस्व गांव प्रक्रिया पर विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने दिया भरोस जरूर बनेगा बिन्दुखत्ता राजस्व गांव, पांच सदस्यीय दल का गठन कर विधायक के नेतृत्व में जल्द करेंगे मुख्यमंत्री से मुलाकात।

वन अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के तहत बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाए जाने की प्रक्रिया में आज स्वयंबर बैंकट हॉल पुराना बिंदुखेड़ा में आयोजित बैठक में माननीय विधायक डॉ विधायक मोहन सिंह बिष्ट द्धारा आश्वासन दिया कि बिंदुखत्ता को राजस्व की पत्रावली तैयार की जा रही है। जल्द ही बिंदुखत्ता भी राजस्व ग्राम की श्रेणी में होगा। कुछ लोगों द्वारा बिंदुखत्ता में लोगों को बहकाया जा रहा है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। जब हमारे द्वारा राजस्व ग्राम की पत्रावली तैयार की जा रही है तो उठाने का सवाल ही नहीं होता।


इसी आशंका को दूर करने के लिए विधायक जी के निर्देश पर पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल तय किया गया जो जल्द ही विधायक के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा।

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वन अधिकार समिति के सहयोग और मार्गदर्शन के लिए अलग से एक संरक्षक समिति का गठन किया गया। जिसमें श्याम सिंह रावत, प्रमोद कालोनी, बीना जोशी, दीपक जोशी, भरत नेगी, चन्द्र सिंह दानू व देवी दत्त पाण्डेय को चुना गया।


इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया कि उप खण्ड स्तरीय समिति और जिला स्तरीय समिति में भी बिंदुखत्ता के लोगों को नामित करने के लिए तीन तीन नामों की सूची विधायक द्वारा मुख्यमंत्री को प्रेषित की जायेगी जिसके लिए भूमिहीन संगठन के अध्यक्ष धर्म सिंह, देवेंद्र बिष्ट, शंकर सिंह चुफाल, प्रकाश आर्या, रमेश गोस्वामी, राम सिंह पपोला का चयन किया गया।

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वही सभा में FRA की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए पूर्व में चुने गए ग्राम सभा के सदस्यों द्वारा जल्द ही गांव के लोगों की सूची तैयार की जायेगी। जिसे राजस्व ग्राम के प्रस्ताव के साथ भेजा जाना है।


वनाधिकार समिति के अध्यक्ष अर्जुन नाथ गोस्वामी ने बताया कि ग्राम सभा वार लोगों की सूची तैयार की जा रही है, सभी ग्रामीण से अनुरोध है कि इसमें सहयोग करें। राजस्व ग्राम का प्रस्ताव प्रेषित करने के तुरंत बाद व्यक्तिगत दावे भरने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ करेंगे।
वनाधिकार समिती के सचिव कुन्दन चुफाल द्वारा बताया गया कि सूची बनाने के दौरान जिसके पास भी कोई पुराना अभिलेख हो तो उसकी छाया प्रति ग्रामसभा के सदस्यों को उपलब्ध कराएं और यह भी निवेदन किया कि यह समस्त प्रक्रिया निशुल्क है। कोई भी इस संबन्ध किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का भुगतान न करे।

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बैठक में भुवन भट्ट द्वारा FRA के बारे में फैलाई जा रही विभिन्न अफवाहों से सावधान रहने का निवेदन करते हुए FRA से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर दिया और लोगों को अधिनियम का सही से अध्ययन करने के लिए कहा।