उत्तराखण्डकुमाऊं,

मां अवंतिका कुंज देवी मंदिर में नवनिर्मित सामुदायिक विकास भवन का भव्य लोकार्पण

लालकुआं न्यूज़- मां अवंतिका कुंज देवी मंदिर परिसर में एक नए सामुदायिक विकास भवन का भव्य लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अजय भट्ट, विधायक डॉ. मोहन बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र लोटनी, सेंचुरी पेपर मिल के सीईओ अजय कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष नरेश चन्द्रा सहित कई प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।

 

सांसद अजय भट्ट ने कहा, मां अवंतिका कुंज धाम पूरे कुमाऊं की आस्था का पवित्र केन्द्र है। सामुदायिक भवन का निर्माण स्थानीय जनता के लिए बड़ा उपहार है, जिससे धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी,क्षेत्रीय विधायक डॉ. मोहन बिष्ट ने मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु 2 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की और सहयोग जारी रखने का विश्वास जताया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी में मानसिक रूप से कमजोर युवती से सामूहिक दुष्कर्म, ई-रिक्शा चालक समेत दो आरोपियों की तलाश में पुलिस

 

 

सेंचुरी पेपर मिल के सीईओ अजय कुमार गुप्ता ने अपने बयान में कहा, “सामाजिक सरोकार हमारी प्राथमिकता है। यह भवन समाज और समुदाय को जोड़ने का उत्कृष्ट उदाहरण है। हमें खुशी है कि यह परिसर निरंतर विकसित हो रहा है।”तथा सेंचुरी पेपर मिल के उपाध्यक्ष नरेश चन्द्रा ने बताया, मां अवंतिका शिव-शक्ति का दिव्य रूप हैं।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल- पर्वतीय क्षेत्र को जाने वाले सावधान, जिले में भारी बारिश के चलते 33 रास्ते हुए बंद, गौला, कोसी, नंधौर नदी भी उफान पर

 

 

इस पावन धाम में बना सामुदायिक भवन भक्तों के उत्थान, सेवा और सद्मार्ग की प्रेरणा बनेगा। यह भवन आने वाली पीढ़ियों के लिए धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण केन्द्र बनेगा।

 

 

कार्यक्रम में मंदिर समिति अध्यक्ष पूरन सिंह रजवार, नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह लोटनी, पूर्व विधायक नवीन दुम्का, सांसद प्रतिनिधि लक्षमण खाती, वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत नरूला, पूर्व चेयरमैन पवन चौहान, पूर्व चेयरमैन रामबाबू मिश्रा, पूर्व चेयरमैन लाल चंद्र सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रवि शंकर तिवारी, एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून- अधिकारियों-कर्मचारियों को शासन ने दी बड़ी राहत, बायोमीट्रिक के साथ अब मोबाइल से भी लगेगी हाजिरी

 

 

वरिष्ठ कलाकार प्रभाकर जोशी ने भजन संध्या के माध्यम से कार्यक्रम को आध्यात्मिक रंगों से सजाया।यह सामुदायिक भवन न केवल धार्मिक आयोजनों का केन्द्र बनेगा, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक कार्यक्रमों के लिए भी उपयोगी साबित होगा, जिससे क्षेत्र के विकास एवं एकता को बल मिलेगा।