उत्तराखण्डगढ़वाल,
उत्तराखंड- यहां बेटी-दामाद ने ही लगा दी अपने पिता के खाते में सेंध, निकाले 1.10 करोड़ रुपये, मुकदमा दर्ज

- रिटायर्ड भेलकर्मी से 1.10 करोड़ की ठगी
- बेटी और दामाद पर धोखाधड़ी का आरोप
- रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज
हरिद्वार न्यूज़- भेल के एक रिटायर्ड कर्मचारी ने अपनी बेटी और दामाद पर 1.10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि बेटी व दामाद ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से रकम निकाल ली। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, महेश महाराज निवासी दयानंदनगरी ज्वालापुर ने रानीपुर कोतवाली में दी गई तहरीर में बताया कि वह भेल हरिद्वार में कर्मचारी थे और वर्ष 2010 में सेवानिवृत्त हुए थे। बताया कि उनके दो बैंक खाते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया रानीपुर और पंजाब नेशनल बैंक आर्यनगर वानप्रस्थ आश्रम ज्वालापुर में क्रमशः 93 लाख और 20 लाख रुपये जमा थे।
महेश महाराज का आरोप है कि उनकी बेटी शोभा शर्मा और दामाद आशुतोष शर्मा निवासी शिवालिकनगर, रानीपुर ने एलआईसी और म्यूचुअल फंड में निवेश करने का झांसा देकर उनसे चेकों पर हस्ताक्षर करवा लिए और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी हस्ताक्षर कर लगभग 90 लाख रुपये निकाल लिए।
इतना ही नहीं, पंजाब नेशनल बैंक में संयुक्त खाते का दुरुपयोग कर उनकी बेटी ने शेष 20 लाख रुपये भी निकाल लिए। आरोप है कि इन पैसों के संबंध में न कोई एलआईसी की रसीद दी गई, न ही कोई निवेश संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत किया गया।
चेकबुक और पासबुक तक उनके दामाद ने अपने पास रख ली थी। जब पत्नी की तबीयत खराब होने पर पैसों की जरूरत पड़ी तो उन्होंने पासबुक मांगी। दोनों टालमटोल करने लगे। तब उन्होंने खुद बैंक जाकर स्टेटमेंट निकलवाया तो पूरी सच्चाई सामने आई। महेश महाराज ने कोतवाली रानीपुर में शिकायत दी।
