नैनीताल- यहाँ यूपी रोडवेज़ की बस ने एलआईसी में कार्यरत महिला को कुचला, हुई मौत
हल्द्वानी न्यूज़- यहाँ यूपी रोडवेज की रामपुर डिपो की बस ने हल्द्वानी के रामपुर रोड पर एक स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में स्कूटी सवार बेटा और मां सड़क पर गिर गए। इसके बाद बस महिला को कुचलते हुए आगे बढ़ गई। वही राहगीर महिला को टेंपो से एसटीएच ले गए। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वही बेटे को भी हल्की चोटें आई हैं। हादसे के बाद चालक बस को सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गया। उधर पुलिस ने बस और स्कूटी को अपने कब्जे में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार आदर्श कॉलोनी काठगोदाम निवासी ज्योति जंतवाल उम्र 45 वर्ष पत्नी राजेंद्र सिंह रविवार सुबह करीब 10:30 बजे अपने बेटे के साथ स्कूटी पर रामपुर रोड के लिए निकलीं। स्कूटी बेटा गौरव जंतवाल चला रहा था। हीरो शोरूम से 50 मीटर दूर रामपुर डिपो की बस ने पीछे से स्कूटी को टक्कर मार दी। इस हादसे में स्कूटी गिरते ही गौरव जंतवाल सड़क किनारे छटक गया और ज्योति जंतवाल सड़क पर गिर गई। इसके बाद बस के पहिये ने ज्योति का पैर कुचल दिया। राहगीरों ने टेंपो रोक कर महिला और उसके पुत्र को पास में स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) भर्ती कराया।
जहाँ गौरव जंतवाल को हल्की खरोंच लगी थीं। वही गंभीर घायल ज्योति की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद से चालक बस को वहाँ छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने बस और स्कूटी को कब्जे में ले लिया है। उधर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
राजेंद्र सिंह का दो मंजिला मकान बन रहा है। मकान के लिए ज्योति और उनका पुत्र गौरव रामपुर रोड पर एक दुकान में टाइल्स देखने आ रहे थे। बताया जा रहा है कि संबंधित दुकान घटनास्थल से मात्र 200 मीटर दूर थी। बता दें कि ज्योति एलआईसी एजेंट थीं। घटना की सूचना के बाद एलआईसी के अधिकारी, मोहल्लेवासी सहित कई लोग सांत्वना जताने के लिए मोर्चरी पहुंच गए।
ज्योति के पति राजेंद्र सिंह रुद्रपुर सिडकुल स्थित प्राइवेट कंपनी में तैनात हैं। राजेंद्र सिंह का कहना है कि वह रात की ड्यूटी करने के बाद सुबह ही घर पहुंचे थे। राजेंद्र सिंह ने बताया कि जैसे ही बेटा और पत्नी घर से निकल रहे थे, तभी उन्हें अंदेशा हो गया था कि कहीं कोई दुर्घटना न हो जाए। उन्होंने कहा कि एक बार वह घर से बाहर भी निकले कि पत्नी और बेटे को रोक दूं। लेकिन फिर मन की बात जुबां पर नहीं ला सके। कहा कि अगर मैं उन्हें रोक लेता तो शायद यह दुर्घटना नहीं होती। महिला अपने पीछे दो बेटों को छोड़ गई। बड़ा बेटा गुजरात में एयरफोर्स में तैनात है जबकि छोटा बेटा गौरव बीएससी थर्ड इयर का छात्र है।